Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Lucknow bank robbery: Strange coincidence, the lockers on which gold loan was taken were not even touched

लखनऊ बैंक चोरी : अजीब इत्तेफाक, जिन लॉकरों पर गोल्ड लोन उनको बदमाशों ने छुआ तक नहीं

Lucknow bank robbery: लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक में बदमाशों ने गोल्ड लोन वाले ग्राहकों के लॉकरों को छुआ तक नहीं। बदमाशों ने सिर्फ 42 सामान्य लॉकर काटे उसमें रखे करोड़ों के जेवर और लाखों की नकदी पार कर ले गए।

Deep Pandey हिन्दुस्तानWed, 25 Dec 2024 02:05 PM
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लखनऊ बैंक चोरी : अजीब इत्तेफाक, जिन लॉकरों पर गोल्ड लोन उनको बदमाशों ने छुआ तक नहीं

लखनऊ में बैंक में लाॅकर काटने वाले बदमाशों ने गोल्ड लोन वाले ग्राहकों के लाकरों को हाथ तक नहीं लगाया। बदमाशों ने सिर्फ 42 सामान्य लाकर काटे उसमें रखे करोड़ों के जेवर और लाखों की नकदी पार कर ले गए। बदमाश इंडियन ओवरसीज बैंक के अंदर के नक्शे से लेकर लाकर रूम तक के ब्योरे से वाकिफ थे। इससे पुलिस अधिकारियों को किसी वारदात में किसी बैंक कर्मी के शामिल होने की भी आशंका बढ़ गई है।

अधिकारियों के मुताबिक बदमाशों को यह पता था कि अगर वह गोल्ड लोन वाले लाकर काटकर उससे माल निकालेंगे तो भरपाई बैंक को करनी पड़ेगी। गोल्ड लोन वाले लाकर में कितना माल है? किस तरह के जेवर रखे हैं? इसका रिकार्ड के के साथ ही ग्राहकों के पास भी होता है। सामान्य लाकरों में कितना माल किसका है? इसका ब्योरा बैंक के पास नहीं होता है। इस लिए बदमाशों ने सामान्य लाकर काटकर वारदात को अंजाम देना बेहतर समझा। इस बात को संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था अमित कुमार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी पंकज कुमार सिंह को जांच के आदेश दिए हैं। अब पुलिस की जांच के दायरे में बैंक कर्मी भी होंगे। पुलिस टीम उनसे भी पूछताछ करेगी।

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लखनऊ में बैंक में लाॅकर काटने वाले बदमाशों ने गोल्ड लोन वाले ग्राहकों के लाकरों को हाथ तक नहीं लगाया। बदमाशों ने सिर्फ 42 सामान्य लाकर काटे उसमें रखे करोड़ों के जेवर और लाखों की नकदी पार कर ले गए। बदमाश इंडियन ओवरसीज बैंक के अंदर के नक्शे से लेकर लाकर रूम तक के ब्योरे से वाकिफ थे। इससे पुलिस अधिकारियों को किसी वारदात में किसी बैंक कर्मी के शामिल होने की भी आशंका बढ़ गई है।

अधिकारियों के मुताबिक बदमाशों को यह पता था कि अगर वह गोल्ड लोन वाले लाकर काटकर उससे माल निकालेंगे तो भरपाई बैंक को करनी पड़ेगी। गोल्ड लोन वाले लाकर में कितना माल है? किस तरह के जेवर रखे हैं? इसका रिकार्ड के के साथ ही ग्राहकों के पास भी होता है। सामान्य लाकरों में कितना माल किसका है? इसका ब्योरा बैंक के पास नहीं होता है। इस लिए बदमाशों ने सामान्य लाकर काटकर वारदात को अंजाम देना बेहतर समझा। इस बात को संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था अमित कुमार ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी पंकज कुमार सिंह को जांच के आदेश दिए हैं। अब पुलिस की जांच के दायरे में बैंक कर्मी भी होंगे। पुलिस टीम उनसे भी पूछताछ करेगी।

काटे गए 42 लॉकरों के ऊपर लाइन में थे गोल्ड लोन वाले :

एसीपी विभूतिखंड राधा रमण के मुताबिक बैंक में कुल 90 लॉकर थे। उसमें से 70 संचालित हैं। बदमाशों ने लाकर संख्या 32 से लेकर 79 तक कुल 42 काटे थे। काटे गए 42 लॉकरों में से 40 संचालित थे। 40 में ग्राहकों के जेवर और रुपये आदि रखे थे। लॉकर संख्या 42 के ऊपर की लाइन में जो लाकर थे वह गोल्ड लोन वाले थे।

गोल्ड लोन वाले लाकरों का बैंक और ग्राहक के पास होता है ब्योरा :

केनरा बैंक से सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक सर्व मित्र भट्ट के मुताबिक गोल्ड लोन वाले लाकरों का ब्योरा बैंक और ग्राहक दोनों के पास होता है। इन लाकरों में कितना माल रखा है? कितने वजन का है? क्या है? इसका ब्योरा रखती है। उसकी वीडियोग्राफी भी कराती है। समय समय पर वैलुअर भी इनकी वैल्यू निकालने के लिए आते हैं। अगर गोल्ड लोन वाले लाकर में रखे माल की क्षति होती है तो आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार उतने माल की रकम की भरपाई बैंक ग्राहक को करेगा। पूर्व में कई बैंकों में क्षतिग्रस्त हुए गोल्ड लोन लाकर में रखे माल के राशि की भरपाई बैंक मैनेजर तक से कराई गई है।

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