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गंदे पानी से दिलाएं निजात, पेयजल आपूर्ति कराएं दुरुस्त

Lalitpur News - फोटो- 4कैप्सन- नारेबाजी करते बुंदेलखंड विकास सेना के सदस्यगणगंदे पानी से दिलाएं निजात, पेयजल आपूर्ति कराएं दुरुस्तमछली ठेकदारों का जाल सायफन में फंसने

Newswrap हिन्दुस्तान, ललितपुरThu, 27 March 2025 07:40 PM
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गंदे पानी से दिलाएं निजात, पेयजल आपूर्ति कराएं दुरुस्त

फोटो- 4 कैप्सन- नारेबाजी करते बुंदेलखंड विकास सेना के सदस्यगण

गंदे पानी से दिलाएं निजात, पेयजल आपूर्ति कराएं दुरुस्त

मछली ठेकदारों का जाल सायफन में फंसने के कारण नहीं मिल रहा कच्चा पानी

गर्मी प्रारम्भ होते ही पेयजल को लेकर शहर में हाहाकार कई क्षेत्रों में आपूर्ति ठप्प

ललितपुर। शहर में इस समय पेयजल आपूर्ति सबसे बड़ी समस्या बन गयी है। तमाम मुहल्लों में जलापूर्ति ठप है। वहीं कुछेक जगह सप्लाई हो रहा पानी बेहद गंदा और बदबूदार है। यदि इस समस्या का जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया तो बुंदेलखंड विकास सेना आंदोलन को बाध्य होगा।

कंपनी बाग में आयोजित बैठक के दौरान बुंदेलखंड विकास सेना के प्रमुख हरीश कपूर टीटू ने बताया कि गोविंद सागर बांध में मछली ठेकेदार के लोग मछली पकड़ने के लिए जाल लगा देते हैं, जो जलापूर्ति के पाइपों में फंसकर कच्चे पानी की आपूर्ति बाधित कर देते हैं और खामियाजा सारे शहर को उठाना पड़ता है। इस बार भी इसी तरह की समस्या खड़ी हो गयी है। उन्होंने बताया कि जलसंस्थान की अकर्मण्यता, लापरवाही और घोर संवेदनशून्यता की वजह से शहर में जलसंकट व्याप्त है। हर साल केन्द्र और राज्य सरकारें पेयजल के नाम पर करोड़ों का बजट रिलीज करती हैं। लेकिन, हमेशा की तरह धरातल पर कोई आशा नजर नहीं आती है। नयी पेयजल योजना मात्र खबरों तक सीमित रह गयी। जिला ललितपुर, सिटी आफ डैम होने के बावजूद शहर में पीने के पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। गोविन्दसागर बांध के माध्यम से शहर में पीने के पानी की सप्लाई की जाती है। गोविन्द सागर बांध में पानी की क्षमता पर्याप्त होने बावजूद शहर में निर्बाध गति से सप्लाई नहीं हो पा रही है। नेहरू नगर, गोविन्द नगर, गाँधी नगर, पटेल नगर, विष्णुपुरा, नारायणपुरा, पठापुरा, खिरकापुरा, लेड़िया, नेहरू नगर, स्टेशन क्षेत्र, चौबयाना, सरदारपुरा, छत्रसालपुरा, मउठाना, पुरानी बजरिया में कई हफ्तों से नल सूखे पड़े हैं। जब तक जलापूर्ति नहीं हो रही, तब तक टैंकरों से प्रभावित मुहल्लों में पानी पहुंचाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि इसमें लापरवाही हुई तो वह लोग आंदोलन को विवश हो जाएंगे।

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