लगातार टाइट जींस से निचले हिस्से की नसें होती है प्रभावित: डा. प्रेमसागर
Lakhimpur-khiri News - भारत के प्रमुख न्यूरो और स्पाइनल सर्जन डॉ ईश्वर चन्द प्रेम सागर ने मेटाबोलोमिक्स सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने आधुनिक ब्रेन टयूमर और स्पाइनल सर्जरी के अनुभव साझा किए। स्वास्थ्य जागरूकता पर चर्चा करते...

भारत के प्रमुख न्यूरो और स्पाइनल सर्जन डॉ ईश्वर चन्द प्रेम सागर शुक्रवार को स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में आयोजित मेटाबोलोमिक्स सम्मेलन में शिरकत करने मेडिकल कालेज देवकली खीरी पहुंचे। प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ. वाणी गुप्ता ने स्वागत किया। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. ईश्वर चन्द प्रेम सागर ने आधुनिक ब्रेन टयूमर सर्जरी, स्पाइनल सर्जरी, एंडोस्कोपिक ब्रेन सर्जरी, इमेज गाइडेड न्यूरो सर्जरी, न्यूरो नैविगेशन जैसी आधुनिक तकनीत पर किये गये कार्य के अपने अनुभव और विचार साझा किए। प्रमुख न्यूरो और स्पाइनल सर्जन डॉ. ईश्वर चन्द प्रेम सागर जो गाना सुनते हुए इन्सान के दिमाग की सर्जरी कर चुके हैं। रीवा से आयी एक डेलीगेट ने सवाल किया। उन्होंने ऐसी एडवांस सर्जरी कैसे कर ली थी। स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर उन्होंने टाइट जीन्स सिन्ड्रोम के बारे में चेतावनी दी है। इसमें उन्होंने बताया है कि अत्यधित टाइट कपड़े पहनने से पेट के निचले हिस्से की नसों पर दबाव पड़ सकता है। इससे सुन्नता और जलन जैसी समस्या हो सकती है। सम्मेलन के शीर्षक मेटाबोलोमिक्स स्वस्थ जीवन शैली पर बोलते हुए कहा कि हमें अपने मन को स्वस्थ रखना चाहिए। इससे तन भी स्वस्थ रहता है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर बताया कि वैसे तो इसके होने के कई कारण है परन्तु मांसाहारी लोगों में ऐसा होने की अधिक सम्भावना पाई गयी है। राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे दिन अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर डॉ वाणी गुप्ता ने बताया कि इस सम्मेलन की थीम जीवन शैली को रखने के पीछे का एक खास उद्देश्य भी है। जिससे लाखों लोगों की जिंदगी को निरोगी बनाया जा सकता है। तीसरे दिन मुख्य वक्ताओं के रूप में केजीएमयू लखनऊ से डा. निशा मनी व आकाक्षा पाण्डेय, रिटायर्ड सीएमओ आगरा डॉ. बीआर गौतम, रिवा मेडिकल कालेज से डा अरुणा सहित योगा आचार्य सिद्वार्थ मौजूद रहे।
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