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बोले कौशाम्बी: खाते में पड़े हैं रुपये, कार्य में फिर क्यों कोताही

Kausambi News - सिराथू ब्लॉक के सचिवों में विकास कार्यों को लेकर कोई रुचि नहीं है। 81 लाख रुपये खाते में डंप पड़े हैं, लेकिन सचिव खर्च नहीं कर रहे हैं। इस लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। विकास...

Newswrap हिन्दुस्तान, कौशाम्बीSun, 23 Feb 2025 10:45 PM
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बोले कौशाम्बी: खाते में पड़े हैं रुपये, कार्य में फिर क्यों कोताही

सिराथू ब्लॉक के सचिवों की विकास कार्य में दिलचस्पी नहीं है। खाते में रुपया डंप पड़ा हुआ है, लेकिन वह खर्च नहीं कर रहे हैं। इससे शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण नहीं हो पा रहा है। खाते में डंप रुपये के खर्च न होने पर अफसर लगातार नाराजगी जता रहे हैं, इसके बाद भी ग्राम पंचायत सचिवों की सेहत पर कोई असर पड़ता दिख नहीं रहा है। इसका सीधा खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। कहीं इंटरलॉकिंग का कार्य अधूरा है तो कहीं नाली का। सिराथू ब्लॉक की 15 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां विकास कार्य का लगभग 81 लाख रुपया खातों में डंप पड़ा है। वर्ष 2023-24 में स्वच्छता कार्य, नाली निर्माण, इंटरलाकिंग, स्कूलों का कायाकल्प, आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण, सीएससी सेंटर, खाद गड्ढा के अलावा अन्य कार्य के लिए परियोजनाएं स्वीकृत हुई थी। ग्राम पंचायत सचिवों ने कार्य तो शुरू कराया, लेकिन उसे पूर्ण नहीं कराया। 15 ग्राम पंचायतों में अधूरा कार्य होने की वजह से अभी तक खाते में 81 लाख 66 हजार 984 रुपया डंप पड़ा हुआ है। समीक्षा बैठक में इन ग्राम पंचायतों की प्रगति बेहद खराब मिल रही है। इसके लिए लगातार सचिवों को चेतावनी जारी की जा रही है। इसके बावजूद रुपया खर्च कर अधूरे कार्य को पूर्ण नहीं कराया जा रहा है। आधा-अधूरा कार्य होने की वजह से अब ग्रामीण प्रधानों पर दबाव बनाने लगे हैं। इसके बावजूद सचिव दिलचस्पी दिखाने के बजाय कार्य कराने में टालमटोल कर रहे हैं। अन्य योजनाओं का हवाला देकर वह कन्नी काटने का प्रयास कर रहे हैं। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।

टाइमलाइन का फायदा उठा रहे सचिव

सिराथू के 15 ग्राम पंचायतों में डंप विकास कार्य का रुपया खर्च नहीं किया जा रहा है। इससे कई कार्य अधूरे पड़े हैं। विभाग में चर्चा है कि इस रुपये को 21 मार्च तक खर्च करने की टाइम लाइन मिली है। यही कारण है कि सचिव अभी हीलाहवाली कर रहे हैं। हालांकि टाइम लाइन से पहले उनको जनवरी तक रुपया खर्च करने की कई बार हिदायत दी जा चुकी है। इसके बावजूद सचिव गंभीर नहीं हैं।

नाली सफाई पर भी नहीं खर्च हो रहा पैसा

ग्राम पंचायतों में डंप रुपये से वरीयता के आधार पर नाली व सफाई का कार्य होना था। इसके बावजूद ग्राम पंचायत सचिव कार्य पूर्ण नहीं करा रहे हैं। अब प्रधान भी परेशान हैं। प्रधान भी परेशान हैं कि रुपया खर्च हो जाए और विकास कार्य दिखने लगे, लेकिन सचिवों के टालमटोल से सभी लोग परेशान हैं।

इन ग्राम पंचायतों में डंप है रुपया

सिराथू ब्लॉक के जिन 15 ग्राम पंचायतों में विकास कार्य का रुपया डंप है। इनमें अहिरारा, बंबूपुर, पहाड़पुर, बिदनपुर आमद करारी, बड़नपुर कादीपुर इचौली, गोविंदपुर गोरियों, जमालमऊ, कैनी, शमसाबाद, गिरधरपुर, मधवामई, नगियामई, जवई पंड़िरी, मानपुर गौरा व नारा गांव में शामिल है।

इनका कहना है

विकास कार्यों का रुपया डंप होने के बाद भी जरूरी कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

पिंटू राजपूत

गांवों में नालियां चोक हैं। रास्ते जर्जर हैं। स्कूलों में जरूरी सुविधाएं नहीं है। रुपया खाते में होने के बाद भी कार्य पूर्ण न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जांच कराने के बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाए।

हीरालाल

स्कूलों के कायाकल्प के लिए रुपया खाते में पड़ा हुआ है। स्कूलों में जरूरी सुविधाएं नहीं है। कागजी कोरम पूरा किया जा रहा है। अफसरों को जांच कर सचिवों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

कुसुम देवी

खाते में रुपया डंप हो और कार्य न हो, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। नाली निर्माण के साथ ही इंटरलाकिंग का कार्य जरूरी है। सचिव पूरी तरह से बेफिक्र बने हुए हैं। जांच कराकर अफसरों को कार्रवाई करानी चाहिए।

कलुई देवी

सीएससी सेंटर के साथ ही खाद गड्ढा का भी कार्य अधूरा है। रुपया है, इसके बाद भी कार्य अधूरे हैं, यह गलत है। इस मामले में सचिवों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, तभी इनकी आदतों में सुधार आएगा।

अनिल कुमार

रुपया होने के बाद भी कार्य न हो पाए, अब इससे ज्यादा क्या लापरवाही होगी। कमीशनबाजी के चक्कर में यह सब हो रहा है। अब तक कार्य क्यों नहीं हुआ, इसका जवाब मांगकर कार्रवाई करानी चाहिए।

अजय प्रताप सिंह

इस लापरवाही के लिए सचिवों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। प्रधानों की भी भूमिका की जांच होनी चाहिए। कमीशनबाजी को लेकर अक्सर कार्य ग्राम पंचायतों में कार्य प्रभावित होता है।

गोरेलाल

गर्मी आने वाली है। समय रहते यदि विकास कार्य का रुपया खर्च किया जाता तो गर्मी में राहत रहती। नाली व इंटरलाकिंग न होने की वजह से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

श्रीकेशन

बोले जिम्मेदार

संबंधित ग्राम पंचायतों के सचिवों ने अभी तक खाते में रुपया होने के बाद भी खर्च नहीं किया है। उनकी रिपोर्ट एडीओ से मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद सचिवों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- भावेश शुक्ला, बीडीओ सिराथू

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