कानपुर, गोरखपुर के बाद अब लखनऊ चिड़ियाघर एक हफ्ते के लिए बंद, बाघिन की मौत के बाद बढ़ा बर्ड फ्लू का खतरा
कानपुर, गोरखपुर के बाद अब लखनऊ चिड़ियाघर को कुछ दिनों के लिए बंद किया जा रहा है। दरअसल बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने के कारण जू प्रशासन ने ऐसा कदम उठाया है।

यूपी के गोरखपुर, कानपुर के बाद अब लखनऊ का चिड़ियाघर अगले एक हफ्ते के लिए बंद रहेगा। बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने के कारण जू प्रशासन ने ऐसा कदम उठाया है। दरअसल बीमार शेर पटौदी से इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ा है। इससे पहले गोरखपुर चिड़ियाघर में बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत हो गई थी। जिसके बाद अन्य जानवरों को भी इंफेक्शन का डर फैल गया है।
अधिकारियों को डर है कि पटौदी में बर्ड फ्लू के लक्षण हुए तो संक्रमण फैल सकता है। मंगलवार दोपहर एक बजे लखनऊ से अचानक बर्ड फ्लू के खतरे को लेकर फोन घनघनाया तो अफसर अलर्ट हो गए। गोअधिकारियों ने सभी दर्शकों को बाहर करना शुरू कर दिया।
12:30 बजे के बाद के टिकट होंगे वैध
चिड़ियाघर की सैर किए बगैर लौट रहे दर्शकों ने टिकट का पैसा वापस मांगा तो जू प्रशासन ने मंगलवार दोपहर 12:30 बजे के बाद बिके टिकटों पर टिक का निशान लगाकर साइन कर दिया। अफसरों ने कहा कि अगले दिनों में जब भी चिड़ियाघर खोला जाएगा। दर्शक टिक लगे टिकट से प्रवेश कर सकेंगे।
शेर को लिवर और बैक्टीरियल इंफेक्शन
आईवीआरआई बरेली के डॉक्टरों की रिपोर्ट के मुताबिक शेर पटौदी को लिवर, पैंक्रियाज और बैक्टीरियाल इंफेक्शन है। उसका इलाज चल रहा है। ब्लड इंफेक्शन की जांच के लिए रिपोर्ट गई है। चिकित्सकों का कहना है कि बैक्टीरियल जांच के आधार पर भी इलाज किया जाएगा। रविवार से मंगलवार शाम तक पटौदी ने महज एक किलो मुर्गे का मांस खाया है। ताकत के लिए ड्रिप से विटामिंस व अन्य पौष्टिक तत्व दिए जा रहे हैं।
बाघिन की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद कर्मचारी किए गए क्वारंटीन
शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) गोरखपुर में बर्ड फ्लू से बाघिन शक्ति की मौत के बाद हड़कंप मचा है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मंगलवार को आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर) की टीम ने चिड़ियाघर पहुंचकर 105 कर्मियों का सैंपल लिया। वहीं प्रशासन ने एहतिहातन आगामी 20 मई तक चिड़ियाघर को बंद कर दिया है। संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पूरे चिड़ियाघर को सैनिटाइज किया गया है।
दुधवा टाइगर रिजर्व के मैलानी रेंज में रेलवे लाइन किनारे 10 मई, 2024 को मादा शावक घायल अवस्था में मिली थी। उस समय उसकी उम्र करीब 10 माह थी। चोट की वजह से वह ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही थी। तभी इलाज के लिए उसे यहां चिड़ियाघर लाया गया था। ठीक होने के बाद उसे रेस्क्यू सेंटर में रखा गया। इसके बाद उसे बाड़े में छोड़ दिया गया। कुछ दिनों बाद अस्वस्थता की वजह से उसे दोबारा रेस्क्यू सेंटर में लाया गया।
छह मई को उसने खाना और पीना छोड़ दिया। सात मई को उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मल्टी आर्गन फेल्योर की बात सामने आई, लेकिन संक्रमण का पता नहीं चला। इस पर विसरा जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजा गया, जहां जांच में मौत की वजह बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसके बाद से ही चिड़ियाघर को बंद कर दिया गया है।
चार जानवरों की मौत से हड़कंप
चिड़ियाघर में हाल के दिनों में चार जानवरों की मौत से हड़कंप मचा है। वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना भी अचानक 9 मई को चिड़ियाघर पहुंचकर हालात का जायजा ले चुके हैं। इसके बाद बाघिन की बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि के बाद शासन तक हलचल मच गई है। बाघिन की तरह मादा भेड़िया की भी मौत हुई थी, पोस्टमार्टम में मल्टी आर्गन फेल्योर रिपोर्ट हुआ था लेकिन संक्रमण की वजह नहीं पता चली थी।
इन जानवरों की मौत
बाघ केसरी : 30 मार्च को भारी भरकम बाघ केसरी ने दम तोड़ दिया था। पीलीभीत से उसे रेस्क्यू कर लाया गया था।
बाघिन शक्ति : 7 मई को करीब दो साल उम्र की शक्ति की मौत हो गई। उसे मैलानी से रेस्क्यू कर लाया गया था। पोस्टमार्टम में बहुअंग विफलता की रिपोर्ट थी।
भेड़िया भैरवी : 9 मई को मादा भेड़िया की मौत हो गई। आदमखोर भेड़िया को बहराइच से रेस्क्यू कर लाया गया था। पोस्टमार्टम में बहुअंग विफलता की रिपोर्ट थी।
तेंदुआ मोना : 10 मई को तेंदुआ मोना की मौत हो गई। मादा तेंदुआ कैंसर से जूझ रही थी।
लखनऊ चिड़ियाघर एक हफ्ते के लिए बंद
गोरखपुर के प्राणि उद्यान में बर्ड फ्लू से बाघिन की मौत के बाद लखनऊ चिड़ियाघर को भी फिलहाल एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है। यहां 20 मई तक बंदी की जानकारी दी गई है। साथ ही चिड़ियाघर के सभी वन्य जीवों के स्वास्थ्य की जांच शुरू कर दी गई है।
लखनऊ चिड़ियाघर में वर्तमान में 998 वन्य जीव हैं। इनमें रॉयल बंगाल टाइगर, व्हाइट बंगाल टाइगर, एशियन लॉयन, लेपर्ड और पैंथर्स भी शामिल हैं। इनके अलावा 67 प्रजातियों की 700 मछलियां, 74 तरह की तितलियां हैं। लखनऊ चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार मुख्य वन संरक्षक ने बंदी का आदेश जारी किया है। इस दौरान केन्द्र सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देशों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सभी वन्य जीवों की निगरानी चिकित्सकों की टीम सघनता से कर रही है। यदि कोई लक्षण मिलता है तो तत्काल इलाज की व्यवस्था की जाएगी।