बोले हरदोई: आधी सड़क पर की इंटरलॉकिंग, बाकी भूल गए
Hardoi News - हरदोई के झबरापुरवा में बुनियादी सुविधाओं की कमी से लोग परेशान हैं। गंदगी, जलभराव और खराब सड़कों के चलते जीवन नारकीय हो गया है। बाशिंदों ने शिकायत की है कि उन्हें इंटरलॉकिंग, नालियों और पानी की समस्या...
हरदोई। झबरापुरवा में हर गली बदहाली का शिकार है। कुछ गलियों में इंटरलॉकिंग तो की लेकिन जहां पर नहीं हो सकी वहां पर जीवन नारकीय बन गया है। करीब 2500 की आबादी वाले झबरापुरवा के बाशिदों ने आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा को साझा किया। सभी ने विकास न होने को लेकर जिम्मेदारों को खूब कोसा। कहा, कम से कम सड़क, नाली, जलभराव और सफाई जैसी सुविधाएं तो मुहैया करा दें। ताकि इन हालातों में रहने को मजबूर न होना पड़े। मोहल्ले में आज भी बांस-बल्लियों के सहारे बिजली के तार घरों तक पहुंच रहे हैं। आंधी आने पर इनके टकराने से हादसे का डर रहता है। कलेक्ट्रेट कार्यालय से करीब एक किमी और सीडीओ आवास से चंद कदम दूरी पर नगर पालिका की सीमा से सटा झबरापुरवा आज भी बदहाल है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान 80 वर्षीय राजेश पांडेय ने बताया कि यहां 30 साल पहले से बस्ती बसनी शुरू हुई थी। मुख्य मार्ग पर आधे में इंटरलॉकिंग कर दी गई है, जबकि आधा हिस्सा जिम्मेदारों ने छोड़ दिया। इससे खड़ंजे पर जलभराव हो जाता है। मरीजों को एम्बुलेंस व कार तक घरों तक नहीं पहुंच पाती है। पानी के लिए चलाई गई अमृत योजना का लाभ भी नहीं मिला। भीषण गर्मी के चलते वाटर लेवल नीचे चला जाता है। इससे हैंडपम्प पानी छोड़ देते हैं। गड्ढा खोदकर नीचे रखी मोटर भी आए दिन फुंक जाती है। कई बार डीएम, प्रधान, जिला पंचायत सदस्य तक समस्या के बारे में बता चुके हैं पर कोई हल नहीं निकला।
बड़े-बड़े गड्ढे देते हैं झटके: मोहल्ले के अरुण ने कहा कि जर्जर मार्ग में बने बड़े-बड़े गड्डों में वाहनों के पहिया जाते ही जोर का झटका देते हैं। मुख्य मार्ग पर बना खड़ंजा भी अब जगह-जगह से टूट चुका है। बढ़ते निर्माणाधीन मकानों से क्षेत्र का विस्तार हो रहा है पर नाली, सीसी सड़क नहीं बन रही है। इससे बरसात के दौरान जलभराव सबसे बड़ी समस्या है। बारिश के दौरान कोई जल निकासी का जिम्मेदारों ने बंदोबस्त नहीं कराया है। इससे गंदगी घरों तक पहुंचती है। दुर्गंध से रहना भी मुश्किल हो जाता है। रामेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि घर के आगे खाली प्लॉटों में अभी भी गंदा पानी भरा है। मच्छर पनपने से बीमारी फैलने का डर रहता है।
समस्या बताई पर कोई पर कोई राहत नहीं : अंशू सिंह ने बताया कि घर के आगे न खड़ंजा है और ना ही सीसी सड़क बन सकी है, जबकि 10 कदम की दूरी पर इंटरलॉकिंग की गई है। जिम्मेदारों को समस्या के बारे में बताया पर किसी ने कोई सुध नहीं ली है। मनोज कुमार द्विवेदी, लल्ला सिंह, गंगाराम शर्मा ने बताया कि करीब दो माह पहले स्मार्ट मीटर तो लगा दिए गए हैं पर अभी तक बिल के बारे में कोई जानकारी नहीं है। एक बार में ही अगर ज्यादा बिल आ गया तो कैसे भरेंगे। रामेश्वर प्रताप ने बताया कि घर में बारिश के दौरान गंदा पानी भर जाता है। नहर कॉलोनी के पीछे से निकले
नाले से सभी नालियों को जोड़ दिया जाए, जिससे पानी निकल सके। जिम्मेदारों को कई बार बताया पर कोई हल नहीं निकला है। मूलभूत सुविधाओं के लिए यहां के लोग जूझ रहे हैं। रामनिवास ने कहा कि जो नालियां बनी हैं, उनकी कर्मचारी सफाई करने नहीं आते हैं। इससे जलभराव होने पर लोग खुद अपने घर के सामने नाली की सफाई करने को मजबूर होते हैं।
बांस-बल्ली के सहारे बिजली व्यवस्था : नए भवन के लिए बिजली पोल अभी तक नहीं लग सके हैं, जिससे बांस-बल्ली के सहारे बिजली दौड़ाई जा रही है। कभी भी हादसा की आशंका बनी रहती है। अनुभव मिश्रा ने बताया कि शिकायत के बाद बताया जाता है कि विभाग के पास तार ही नहीं है। कैसे लाइन डालें, जबकि बिजली बिल पूरा ही वसूल लिया जाता है। बिजली उपकेन्द्र में कई बार समस्या के बारे में बताया गया है पर केवल आश्वासन मिले।
शिकायतें
1. कूड़ा केन्द्र नहीं होने से खाली प्लॉटों में कूड़ा फेंकने को मजबूर हैं बाशिंदे।
2. बांस-बल्लियों के सहारे पहुंचाई जा रही बिजली। इससे हादसे की आशंका बनी हुई है।
3. सरकारी हैंडपंप नहीं लगे होने से गर्मी में पानी की दिक्कत होती है।
4. खस्ताहाल मार्ग होने से आए दिन होते हादसे पर जिम्मेदार बेखबर हैं।
5. सफाई कर्मचारियों के न आने से गंदगी से बजबजाती नालियां आफत बनी हुई हैं।
समाधान
1. गलियों में डस्टबिन रखे जाएं और एक कूडा केन्द्र जरूर बनवाया जाए
2. बिजली के पोल लगाकर तार डलवाएं जाएं और हर घर में कनेक्शन जोड़े जाएं
3. अमृत योजना का लाभ यहां भी दिया जाए, जिससे पानी समस्या न हो सके।
4. मुख्य मार्ग से लेकर सभी गलियां में सीसी सड़क बनवाई जाएं।
5. सफाई कर्मचारियों से नियमित सफाई कराए जाए। महीने में दो बार प्लॉटो से कूड़ा उठवाएं।
बोले बाशिंदे
घर के सामने इंटरलॉकिंग नहीं हुई है। बारिश के दौरान निकलने में काफी परेशानी होती है। शिकायत के बाद भी हल नहीं हुआ। -अंशू सिंह
अमृत योजना का लाभ यहां के लोगों को अभी तक नहीं मिला है। गर्मी में वाटर लेवल नीचे चला जाता हैं। हैंडपम्प पानी नहीं उठाते। -राजेश पांडेय
कूड़ेदान रखे जाएं। सफाई कर्मचारियों से प्रतिदिन कूड़ा उठवाया जाए, जिससे खाली प्लाटों में गंदगी न हो।-रामनिवास श्रीवास्तव
स्मार्ट मीटर करीब दो माह पहले लगाए जा चुके हैं। बिल कब, कैसे जमा करना है। किसी ने कोई जानकारी नहीं दी है। -मनोज द्विवेदी
नहर काॅलोनी के नाला से आए मार्ग के आधे हिस्से में इंटरलॉकिंग है, जबकि आधे में खड़ंजा होने से जलभराव हो जाता है। -लल्ला सिंह
सीसी सड़क बनवा दी जाए। जलनिकास का निस्तारण जरूरी है। बारिश में रोज बाइक चालक गिरकर जख्मी होते हैं। -गंगाराम शर्मा
इंटरलॉकिंग सभी गलियों में कराई जाए। सभी लोग सरकार को टैक्स देते हैं। समस्याओं की ओर ध्यान देना चाहिए। -अभिषेक प्रताप सिंह
घर के पीछे न नाली है, न सड़क। बारिश में जलभराव से घर के अंदर तक सीलन आती है। कीड़े-मकोड़े भी आ जाते हैं। -सौरभ
खाली पड़े प्लॉट में लोगों के घरों का पानी भरा हुआ है। इससे दुर्गंध आती है। पानी के निकास के लिए नाली भी नहीं है। -अनुभव मिश्रा
घर के सामने खुद के रुपये से बारिश में कई बार मिट्टी डलवाई है। जिम्मेदार समस्याओं के बारे में पूछने तक नहीं आते हैं। -विवेक कुमार वर्मा
बोले जिम्मेदार
आसपास के मोहल्लों का जायजा लेंगे, जो भी समस्याएं हैं उनका निराकरण कराने के लिए प्रयास करेंगे। सफाई कराने के लिए डीपीआरओ से कहा जाएगा। झबरापुरवा को नगर पालिका की सीमा में शामिल कराया जाएगा। सीमा विस्तार के लिए शासन स्तर पर पैरवी करेंगे। -जय प्रकाश रावत, सांसद
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