तीन महीने का मानदेय बकाया कैसे करें गुजारा
Gonda News - गोंडा में परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों की रसोइयों को चार महीने से मानदेय नहीं मिला है। 7874 रसोइयों को जीवन-यापन में कठिनाई हो रही है। कुछ रसोइयों ने बताया कि उन्हें केवल 3000 रुपये मिले हैं, जबकि...
गोंडा, संवाददाता। जिले के परिषदीय व माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों को एमडीएम परोसकर पेट भरने का काम करने वाली रसोइयों को मिलने वाला मानदेय चार महीने से बाकी है। इससे इन लोगों को जीवन-यापन करने में काफी दुश्वारियां उठानी पड़ती हैं। जिले के 2609 परिषदीय विद्यालयों सहित राजकीय, अनुदानित विद्यालयों के साथ मदरसों में विद्यार्थियों के लिए मध्यान्ह भोजन पकाने वाली 7874 रसोइयों को चार महीने का मानदेय बकाया है। हर माह दो हजार रुपये अल्प मानदेय पानी वाली रसोइयों ने कहा कि सुबह स्कूल खुलने से लेकर बंद होने तक काम करने के बाद समय पर भुगतान नहीं होता है। इससे उनके समक्ष परिवार चलाने में चलाने में दिक्कत आती है। बच्चों के लिए एमडीएम बनाने वाली रसोइयों में सुनीता देवी, गुड्डन, कमला देवी, रंजना ने बताया कि कुछ दिन पहले तीन हजार रुपए खाते में आए हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद भी चार महीने का मानदेय बाकी है। लोगों ने बताया कि कम पढ़ी लिखी होने के चलते बहुत कुछ नही जान पाती हूं। जिससे हमारे हक को दबा दिया जाता है। जिला समन्वयक एमडीएम गणेश गुप्ता ने बताया कि नवंबर महीने तक का मानदेय खाते में भेजा गया है। रसोइयों को दो महीने का मानदेय का बजट आया है। इसे जल्द भेजा जाएगा।
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