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बोले प्रयागराज: मेजा के विद्यालयों को विद्युतीकरण का इंतजार

Gangapar News - मेजा के कई परिषदीय विद्यालयों में बिजली कनेक्शन न होने से छात्रों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा धन जमा करने के बावजूद, बिजली व्यवस्था की कमी के कारण स्मार्ट कक्षाएं और पेयजल...

Newswrap हिन्दुस्तान, गंगापारThu, 20 Feb 2025 03:08 PM
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बोले प्रयागराज: मेजा के विद्यालयों को विद्युतीकरण का इंतजार

बिजली व्यवस्था के नाम पर एक मुश्त धन जमा करने के बावजूद मेजा के कई परिषदीय विद्यालयों में बिजली नहीं पहुंच सकी है। बिजली का कनेक्शन न होने से पेयजल व्यवस्था, स्मार्ट कक्षाएं नहीं चलाई जा सकी। कनेक्शन जोड़ने के लिए बीईओ ने कई बार अधिशाषी अभियंता मेजा डिवीजन को पत्र भेज रखा है, इस पत्र के जवाब में अधिशाषी अभियंता द्वारा बस यही कहा जाता है कि उन्होंने कनेक्शन के जमा धन के सापेक्ष सभी विद्यालयों में कनेक्शन जोड़ने का आदेश दे रखा है। विकास खंड मेजा के 36 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिजली व्यवस्था नहीं की जा सकी। इन विद्यालयों में बिजली संयोजन के नाम पर शिक्षा विभाग की ओर से बिजली स्टीमेट जमा किया जा चुका है, वर्षो बीत जाने के बाद बिजली विभाग इस अहम बात पर ध्यान नहीं दे सका, जिससे इन स्कूलों में काया कल्प योजना से निर्मित पेयजल टैंक आज तक खाली पड़े हुए हैं। यही हाल मेजा तहसील क्षेत्र के मांडा और उरुवा ब्लॉक का भी है जहां दर्जनों विद्यालय विद्युतीकरण की बाट जोह रहे हैं।

परिषदीय विद्यालयों में बिजली संयोजन के नाम पर शिक्षा विभाग की ओर से बिजली स्टीमेट जमा किया जा चुका है। वर्षो बीत जाने के बाद बिजली विभाग इस पर ध्यान नहीं दे सका, जिससे इन स्कूलों में काया कल्प योजना से निर्मित पेयजल टैंक आज तक खाली पड़े हुए हैं। स्कूलों में बच्चों की स्मार्ट कक्षाएं नहीं चलाई जा सकी। गर्मी के दिनों में गर्मी से राहत देने के लिए स्कूलों में लगाए गए सिलिंग फैन जस के तस पड़े हुए हैं। कई परिषदीय विद्यालयों में लोक सभा व विधान सभा चुनाव के अलावा पंचायत चुनाव के समय बिजली की आवश्कता होती है। बिजली व्यवस्था की जरूरत को समझते हुए कुछ विद्यालयों में अस्थाई केबल लगाकर बिजली व्यवस्था से जोड़ तो दिया गया लेकिन बिजली विभाग की ओर से अभी तक बिजली संयोजन का कार्य नही किया जा सका है। इनमें प्राथमिक विद्यालय मेजिया, प्राथमिक विद्यालय तिगजा, प्राथमिक विद्यालय दरी, प्राथमिक विद्यालय सुकाठ, प्राथमिक विद्यालय अहिरन का पुरा, प्राथमिक विद्यालय भसुन्दर खुर्द, प्राथमिक विद्यालय अमकछा, प्राथमिक विद्यालय पौसिया दूबे, प्राथमिक विद्यालय भटौती, प्राथमिक विद्यालय निधि का पुरा, प्राथमिक विद्यालय जतहरा, प्राथमिक विद्यालय बिसरी, प्राथमिक विद्यालय समलीपुर, प्राथमिक विद्यालय भभौर, प्राथमिक विद्यालय बुद्धिमान का पुरा, प्राथमिक विद्यालय पिपरांव, प्राथमिक विद्यालय ककराही, प्राथमिक विद्यालय पंडितान, प्राथमिक विद्यालय चमरौटी, प्राथमिक विद्यालय धरेहठा, प्राथमिक विद्यालय जोरा, प्राथमिक विद्यालय कौहट, प्राथमिक विद्यालय लोहरा, प्राथमिक विद्यालय बड्डिहा, प्राथमिक विद्यालय सिरवार, प्राथमिक विद्यालय रेंगा, प्राथमिक विद्यालय कंचनपुर, प्राथमिक विद्यालय कैलाशपुरी, उच्च प्राथमिक विद्यालय कोना, उच्च प्राथमिक विद्यालय राजगढ़, उच्च प्राथमिक विद्यालय भईयां संविलियन, उच्च प्राथमिक विद्यालय पटेहरा संविलियन, उच्च प्राथमिक विद्यालय लोहरा, उच्च प्राथमिक विद्यालय पालपट्टी, उच्च प्राथमिक विद्यालय बेलहा सविलियन में बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा सका है। प्रधानाध्यापक रामराज वर्मा, श्री कांत, शिवानी पांडेय, प्रेम शीला रमेश कुमार त्यागी, सरिता मिश्रा, राजेश कुमार मिश्र, मनोज कुमार तिवारी, स्वाती द्विवेदी, अशोक कुमार तिवारी सहित कई ने बताया कि बिजली व्यवस्था न होने से काफी दिक्कतें हो रहीं है।

मांडा के 16 प्राथमिक और दो उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बिजली नहीं

एक तरफ सरकार प्राथमिक विद्यालयों को कंप्यूटर और ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर मांडा क्षेत्र के 16 प्राथमिक और दो उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अभी तक विद्युतीकरण ही नहीं हो पाया है। बिना बिजली भीषण गर्मी में छात्रों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। मांडा क्षेत्र के 12 प्राथमिक और दो उच्च प्राथमिक विद्यालयों ने झटपट पोर्टल पर अप्रैल 2024 में ऑनलाइन कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, लेकिन इन विद्यालयों में अभी तक विद्युतीकरण नहीं हो पाया है, जबकि इन विद्यालयों में कनेक्शन के लिए धनराशि भी अप्रैल 2024 में ही शासन द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है। ऐसे विद्यालयों में प्राथमिक विद्यालय इस्लामपुर के लिए 68546 रुपये, प्राथमिक विद्यालय बेलहा के लिए 139608 रुपये, प्राथमिक विद्यालय बड़का पूरा के लिए 96495 रुपये, प्राथमिक विद्यालय पूरा पांडेय के लिए 121556 रुपये, प्राथमिक विद्यालय देवा के लिए 91030 रुपये, प्राथमिक विद्यालय उसकी खुर्द के लिए 288156 रुपये, प्राथमिक विद्यालय बसिया तारा के लिए 192570 रुपये, प्राथमिक विद्यालय सिकरा के लिए 103414 रुपये, प्राथमिक विद्यालय पूरा दक्षिण के लिए 177602 रुपये, प्राथमिक विद्यालय चैनपुर के लिए 121479 रुपये, प्राथमिक विद्यालय चपरतला के लिए 171949 रुपये, उच्च प्राथमिक विद्यालय शुकुलपुर पहाड़ी के लिए 128509 रुपये तथा कंपोजिट विद्यालय रामपुर के लिए 94015 रुपये भी अप्रैल व मई 2024 में ही स्वीकृत हो चुके हैं। इसके अलावा विद्युत विहीन प्राथमिक विद्यालय उसकी कला, प्राथमिक विद्यालय ढखरा, प्राथमिक विद्यालय मांडा खास पहाड़ी व प्राथमिक विद्यालय अलमागंज के लिए अभी धनराशि ही स्वीकृत नहीं हो पायी है। इन 18 विद्यालयों में बिजली न होने से कंप्यूटर, टीवी या आनलाइन शिक्षा तो दूर, शौचालयों में रनिंग वाटर तक की व्यवस्था नहीं हो पाती। भीषण गर्मी में बिना पंखे पसीने से तर बतर अध्यापक व छात्र किसी तरह दिन काटते हैं। मामले में विद्युत कर्मियों का कहना है कि पिछले डेढ़ माह से कनेक्शन का झटपट पोर्टल शासन ने बंद कर दिया है, जिससे आनलाइन आवेदन का कोई भी डाटा उपलब्ध नहीं है। अप्रैल 2024 से आनलाइन आवेदन के बाद भी कनेक्शन न हो पाने का कारण बिजली विभाग के सूत्रों का कहना है कि मांडा में कुल 153 परिषदीय विद्यालय हैं, जिनमें 135 विद्यालयों में कनेक्शन है, लेकिन कनेक्शन वाले विद्यालयों का लाखों रुपये विद्युत् बिल बकाया है। बकाये बिल के लिए प्रधानों और प्रधानाध्यापकों के चक्कर लगाकर विद्युत कर्मचारी थक चुके हैं, लेकिन भुगतान नहीं हो पाया है।

उरुवा के 10 विद्यालयों में नही पहुंची बिजली

विकास खंड क्षेत्र उरुवा के 10 परिषदीय विद्यालयों में वर्षों बीत जाने पर भी बिजली नही पहुंची है। जिसमें सात प्राथमिक विद्यालय, दो उच्च प्राथमिक विद्यालय तथा एक संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। जबकि शिक्षा विभाग द्वारा सभी परिषदीय विद्यालयों को नई तकनीक से हाईटेक किया जा रहा है। लेकिन विद्युत विभाग की लापरवाही से शिक्षा विभाग की सभी योजनाओं को पलीता लग रहा है। बतादें कि उरुवा विकास खंड के संविलियन उच्च प्राथमिक विद्यालय बीरपुर पटखौली,उच्च प्राथमिक विद्यालय जेरा एवं नरवर चौकठा तथा प्राथमिक विद्यालय उरनाह, चौकठा गौरा, अरई, शिवपुरा, डुहिया, बेदौली और जनवार में अभी तक बिजली नही पहुंची है। बिजली नही पहुंचने से उपरोक्त सभी विद्यालयों में रनिंग वाटर, पंखा, बल्ब और स्मार्ट क्लास के लिए टीवी और साउंड सिस्टम सहित अन्य विभागीय सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। इस बारे में उरुवा खंड शिक्षा अधिकारी राजेश यादव ने बताया कि विद्यालयों में बिजली कनेक्शन के लिए करीब डेढ़ वर्ष पूर्व पैसा बिजली विभाग के खाते में जमा किया जा चुका है। पैसा जमा होने के बावजूद अभी तक बिजली की सुविधा से वंचित उरुवा के दस विद्यालयों में विद्युत विभाग द्वारा कनेक्शन नही दिया गया। जिससे उपरोक्त विद्यालयों के बच्चे कई सुविधाओं से वंचित हैं।

विकास खंड मेजा, मांडा, उरुवा जहां भी बिजली का कार्य अधूरा है, वहां कार्य पूर्ण कराने व कनेक्शन जोड़ने का कार्य तेजी पर चल रहा है, कहीं कहीं सामान पहुंचाने का रास्ता सहीं नहीं है, जिससे कार्य में तेजी नहीं आ सकी है।

अभिनव गर्ग, अधिशाषी अभियंता, मेजा डिवीजन

ग्रामीण बोले

परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाने के लिए सरकार ने यदि बिजली व्यवस्था के नाम पर धन दे रखा है तो संबधित विभाग को तत्काल बिजली जोड़ देना चाहिए।

-डा रमाकांत पाल, सिरहिर, सामजिक कार्यकर्ता

बिजली का स्टीमेट व कनेक्शन के लिए यदि धन दिया जा चुका है तो सरकारी कार्यो में जल्द रूचि ली जाने चाहिए।

-श्री नारायण पांडेय, पूर्व प्रधान चांद खम्हरिया

जिन विद्यालयों में कनेक्शन नहीं है तत्काल जोड़ दिया जाना चाहिए, ऐसा न होने से नौनिहालों के साथ अन्याय हो रहा है। बिन बिजली आधुनिक पढ़ाई से बच्चे वंचित हो रहे हैं।

-काजी मोअज्जम, प्रधान लूतर

बिजली विभाग का रवैया ठीक नहीं है, इस प्रकार की शिकायते अक्सर सुनने को मिल रही है, यदि शिक्षा विभाग की ओर से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए धन दिया गया है तो माह भर के अन्दर बिजली का कनेक्शन जोड़ दिया जाना चाहिए था।

-सूरज कुमार उर्फ सत्या शुक्ला, निबैया

अभी हम लोग महाकुम्भ मेले से फुरसत हो लें, उसके बाद विद्युतीकरण का काम प्राथमिकता के आधार पर कराया जाएगा। बिजली कनेक्शन के लिए ज्यादातर विद्युत विहीन विद्यालय ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं। विलंब बिजली विभाग कर रहा है।

-कैलाश सिंह, बीईओ मांडा

बिना बिजली मांडा खास पहाड़ी के छात्रों को गर्मी में काफी तकलीफ होती है। इसके लिए ग्राम प्रधान ने शिक्षा व बिजली विभाग के अधिकारियों से लिखित रुप में भी कहा, लेकिन अभी तक विद्युतीकरण नहीं हो पाया।

डा असद अली, प्रधान, मांडाखास

प्राथमिक विद्यालय उरनाह में वर्षों से बिजली की सुविधा नही है। प्राथमिकता के आधार पर विद्युत कनेक्शन किया जाना चाहिए ताकि बच्चों को लाइट, पानी और हवा के लिए पंखे जैसी अन्य सुविधाएं मिल सके।

- विकास शुक्ल, ग्राम प्रधान, उरनाह

बिजली की सुविधा से वंचित स्कूल को जल्द विद्युत कनेक्शन दिया जाय, जिससे बच्चों को हवा, पानी और लाइट की सुविधा मिल सके।

- सिद्धांत तिवारी, समाजसेवी जनवार, कठौली

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