गोरखपुर से 24 घंटे उड़ान का रास्ता साफ, नए एयरपोर्ट का काम शुरू
एयरपोर्ट से 24 घंटे उड़ान से विमानों की संख्या तो बढ़ेगी ही, गोरखपुर एयरपोर्ट लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट की बराबरी कर सकेगा। एयरपोर्ट पर खुद का DVOR सक्रिय होने से यह संभव होगा। 1172 करोड़ की लागत से बनने वाले नए एयरपोर्ट का काम भी शुरू हो गया है।
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गोरखपुर एयरपोर्ट से विमान जल्द ही 24 घंटे उड़ान भर सकेंगे। कोई बंदिश नहीं रहेगी। अभी रात 9 बजे तक ही उड़ान की मंजूरी है। ऐसे में विमानों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है। एयरपोर्ट से 24 घंटे उड़ान से विमानों की संख्या तो बढ़ेगी ही, गोरखपुर एयरपोर्ट लखनऊ और वाराणसी एयरपोर्ट की बराबरी कर सकेगा। एयरपोर्ट पर खुद का डीवीओआर सक्रिय होने से यह संभव होगा। इसके साथ ही 1172 करोड़ की लागत से बनने वाले नए एयरपोर्ट का काम भी शुरू हो गया है।
नए एयरपोर्ट पर मुम्बई, दिल्ली और लखनऊ की तरह मल्टीटर्मिनल रहेंगे, जबकि अभी महज एक टर्मिनल है। नए एयरपोर्ट की शहर से दूरी करीब एक किलोमीटर कम हो जाएगी। यहां तक जाने के लिए नंदानगर के पास से अंदर जाना होगा। यात्रियों को एयरपोर्ट तक आने-जाने में कोई असुविधा न हो, इसके लिए नंदानगर चौकी से ही अंदर करीब डेढ़ किलोमीटर तक सड़क को फोरलेन किया जाएगा। एयरपोर्ट के एजीएम प्रचालन विजय कौशल ने बताया कि इसके लिए जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी। अब 24 घंटे उड़ान संभव है। इस सुविधा से उड़ानों की संख्या और अधिक बढ़ाई जा सकेगी।
10 विमान हो सकेंगे पार्क
एयरपोर्ट विस्तार की मंजूरी मिलने और इसके लिए पैसा आवंटित हो जाने के बाद यहां एक बार में 10 जहाज पार्क करने की तैयारी है। इसका विस्तार तीन तरफ से किया जाएगा। इससे एक साथ 1500 यात्री चेकइन या चेक-आउट कर सकेंगे। वर्तमान में गोरखपुर से दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, लखनऊ, बेंगलुरु के लिए रोजाना 10 उड़ानें होती हैं। विस्तार होने के बाद चेन्नई, वाराणसी, जम्मू, पुणे समेत कई और महत्वपूर्ण शहरों के लिए उड़ान शुरू हो जाएगी।
अपना नेवीगेशन सिस्टम भी सक्रिय
गोरखपुर एयरपोर्ट पर अथॉरिटी का खुद का डीवीओआर (डाप्लर वीएचएफ-वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज) एक्टिव हो गया है। इसके साथ ही यहां एप्रन बनाने और 24 घंटे उड़ान का रास्ता साफ हो गया है। डीवीओआर तकनीकी रूप से इतना एडवांस है कि एयरफोर्स भी इसी से अपनी सेवाएं लेगा। एयरपोर्ट पर लगने वाला यह उपकरण विमानों को रास्ता तो दिखाएगा ही, एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) विमानों को 100 किमी रेंज तक नियंत्रित करेगा। इससे हर मौसम में विमान की लैडिंग हो सकेगी। वर्तमान में एयरपोर्ट पर जो डीवीओआर सेटअप किया गया है, वह आधुनिकतम तकनीक पर आधारित है। यही सेटअप दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद जैसे एयरपोर्ट पर हो रहा है।