बोले फिरोजाबाद: कालेजों की राह में जिम्मेदारों की लापरवाही के रोड़े
Firozabad News - फिरोजाबाद में स्मार्ट रोड बनने के बावजूद महिलाओं को नौकरी पर जाते समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मंगल बाजार का जाम, बिजली कटौती, और आवारा जानवरों की समस्या प्रमुख हैं। शिक्षिकाओं ने...

फिरोजाबाद में सड़कें बन रही हैं। स्मार्ट रोड भी बनी हुई है। यातायात पुलिस चौराहों पर मुस्तैद है, लेकिन इसके बाद भी हर क्षेत्र में कोई न कोई समस्या व्याप्त है, जो लोगों को दर्द दे रही है। नौकरी के लिए काम करने वाली महिलाओं के लिए दिक्कत ज्यादा है, कभी मोहल्ले में समस्याओं से जूझना पड़ता है तो नौकरी पर जाते वक्त की अलग समस्याएं। कहीं पर जाम की समस्या इन्हें झुंझलाने पर विवश कर देती है तो कहीं पर सड़क की दिक्कत राह रोक देती है। समस्याएं छोटी-छोटी हैं तो बस इनके निदान के लिए जरूरी है एक रणनीति बनाने की। अगर जिम्मेदार इन समस्याओं पर गौर कर निस्तारण कराने की तरफ ध्यान दें तो कम बजट में इन समस्याओं का निदान हो सकता है।
हिन्दुस्तान के बोले फिरोजाबाद के तहत वर्किंग वूमेन से विभिन्न मुद्दों पर बात की। दाऊदयाल महिला महाविद्यालय की शिक्षिकाओं ने समस्याओ को रखते हुए कहा कि सबसे बड़ी समस्या मंगल बाजार की है। मंगल बाजार जिस दिन लगता है, उस दिन कॉलेज आना मुश्किल हो जाता है। बाहर से आने वाली शिक्षिकाओं की जुबां पर एक ही बात थी पुलिस ई रिक्शा को आने नहीं देती है, इस स्थिति में जैन मंदिर से पैदल आना पड़ता है, लेकिन मंगल बाजार में ई रिक्शा दौड़ते दिखाई देते हैं। पुलिस को ई रिक्शा एसपी सिटी दफ्तर पर रोकने के स्थान पर क्लब चौराहा पर रोकने चाहिए, क्योंकि मंगल बाजार का जाम यहीं से लगता है। इस स्थिति में कम से कम आधा रास्ते का पैदल सफर तो बचेगा।
इधर गर्मी के बीच बिजली कटौती की समस्या भी गूंजी। टीटी जेड में होने के बाद भी बार-बार बिजली की कटौती का दर्द झेलने वाली महिलाओं ने कहा कि कॉलेज में रहते हैं तो बिजली आती-जाती रहती है। यहां से गर्मी में घर जाएं तो बिजली नहीं आने पर परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके साथ में सर्विस रोड पर गड्ढों सहित कई समस्याओं पर महिलाओं ने खुलकर बोलते हुए कहा कि अधिकारी अगर रणनीति बनाते हुए कार्य कराएं तो कम खर्च में कई कार्य कराए जा सकते हैं।
बंदर एवं कुत्तों पर नहीं लग पा रही लगाम:महिलाओं का कहना था बंदर एवं कुत्तों का कई मोहल्लों में आतंक है। नॉर्थ विभव नगर, दुर्गा नगर के साथ तिलक नगर में समस्या है। अब गर्मी का मौसम शुरू हो गया है तो जानवर भी चिड़चिड़े हो जाते हैं। इस स्थिति में इनके हमले भी बढ़ेंगे। बच्चों को अकेले घर से बाहर नहीं निकलने दे सकते। नगर निगम कई बार इन पर अंकुश लगाने की बात कर चुकी है, लेकिन अभी तक इन पर लगाम नहीं लग सका है।
महाविद्यालय के सामने गड्डे बने मुसीबत
दाऊदयाल महिला महाविद्यालय के सामने सड़क पर गड्डे होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है। बरसात होने के बाद समूचे शहर का पानी निकल जाता है, लेकिन हल्की सी बरसात में यहां पर भरने वाला पानी कई दिन तक नहीं निकलता है। इससे कॉलेज आने वाली शिक्षिकाओं के साथ में छात्राओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। शिक्षिकाओं की मानें तो इसकी मरम्मत करा दी जाए तो एक बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है।
हम तो दो लाइन में सिर्फ इतना ही कहना चाहेंगे... फिरोजाबाद की मर्म कहानी, नहीं है बिजली, न ही पानी, मुश्किल में है जिंदगानी, अंजू की बस यही जुबानी। सड़क देखिए गड्ढेदार, और गंदगी की भरमार....। यह चंद पंक्तियां इस शहर की दशा को बयां करती हैं।
-डॉ.अंजू गोयल
छात्राएं जागरूक हो रही हैं तथा सरकार भी विभिन्न योजनाएं चला रही है। शहर में सड़कें खस्ताहाल में हैं तथा इससे लोगों को राह गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़कों को सही कराना चाहिए। सर्विस रोड पर रांग साइड पर वाहन दौड़ाते हैं। इससे कई बार जाम की समस्या हो जाती है। प्रशासन इस पर सख्ती करे।
-शिवानी अग्रवाल
फिरोजाबाद में तैयारी के लिए कहीं कोई कोचिंग सेंटर नहीं है। नीट, जेईई के साथ में सीए की तैयारी करने के लिए कोई संसाधन नहीं हैं। शहर में छात्रों के लिए बेहतर कोचिंग संस्थान होना चाहिए।
-डॉ.विनीता गुप्ता
जलेसर रोड पर खत्ताघर की बाउंड्री करके छोड़ दी है। दुर्गंध से भी लोग परेशान रहते हैं। प्रदूषण की समस्या है। यहां पर पार्क आदि का निर्माण कराना चाहिए, इससे आसपास के क्षेत्र की जनता को भी लाभ मिलेगा।
-सरिता शर्मा
फिरोजाबाद में लोग यातायात नियम का पालन नहीं करते हैं। न तो हेलमेट लगाते हैं। सर्विस रोड पर रांग साइड पर वाहन दौड़ाते हैं। इससे जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। वहीं लाइट भी बहुत जाती है।
-विनीता यादव
फिरोजाबाद में सीवर लाइन नहीं है। नालियों से कूड़ा निकाल कर बाहर फेंक देते हैं। घरों के बाहर निकलने में भी परेशानी होती है। इसके बीच में से ही मार्ग निकलना पड़ता है। जाम की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
-डॉ.रंजना राजपूत
सेक्टर एक सुहाग नगर में हिमायूंपुर की तरफ आवारा जानवरों का आतंक है। रात भर कुत्ते सोने नहीं देते हैं। नगर निगम को गली में घूमने वाले आवारा कुत्तों पर अंकुश लगाना चाहिए। वहीं छोटे बच्चों को भी इनसे खतरा रहता है।
-डॉ.माधवी सिंह
पौधरोपण पर नगर निगम ने इतनी धनराशि खर्च कर दी। बड़े-बड़े गमले तक लगवाए गए, लेकिन अब कई जगह पर यह गमले एवं जाल में कूड़ा दिखाई देता है, कम से कम नगर निगम को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
-डॉ.निधि गुप्ता
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।