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कारीगरों को मिलेगी गैस की सुविधा, जानकारी को लगेगा कैंप

Etah News - जलेसर में घुंघरू घंटी कारीगरों के लिए श्रम विभाग और उद्योग केंद्र द्वारा कैंप आयोजित किए जाएंगे। इसमें सरकार की योजनाओं और गैस कनेक्शन की जानकारी दी जाएगी। जलेसर में हजारों कारीगर काम करते हैं और...

Newswrap हिन्दुस्तान, एटाTue, 21 Jan 2025 10:47 PM
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कारीगरों को मिलेगी गैस की सुविधा, जानकारी को लगेगा कैंप

जलेसर के घुघंरू घंटी कारीगरों को जानकारी देने के लिए कैंपों का आयोजन किया जाएगा। इसमें श्रम विभाग और उद्योग केंद्र की ओर से जानकारी दी जाएगी। सरकार की योजनाओं के साथ-साथ गैस कनेक्शन के बारे में भी बताया जाएगा। इससे वह अपनी-अपनी भट्ठियां गैस से चला सकें। इसके अलावा बैंकों से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी बताया जाएगा। जलेसर में वर्षों से घुंघरू घंटी का काम हो रहा है। हजारों की संख्या में कारीगर यहां पर काम करते हैं। घुंघरू घंटी के कार्य को प्रदेश सरकार ने ओडीओपी में शामिल कर लिया था। कारीगरों को सरकार से मिलने वाली योजनाओं के बारे में पता ही नहीं है। जिला उद्योग केंद्र और श्रम विभाग की ओर से जलेसर में कैंपों का आयोजन होगा। इन कैंपों के माध्यम से काम करने वालों को लोगों को सरकार की योजनाओं के गैस के बारे में जानकारी दी जाएगी। मालूम हो कि जलेसर में घुंघरू घंटी का काम होता है। इसमें अधिकांश लोग इसी काम को करते हैं। सुबह तीन बजे से भट्ठियां शुरू हो जाती हैं। एक भट्ठी पर चार से पांच कारीगर काम करते है।

घंटों काम करने के बाद इन लोगों को मुश्किल से सात सौ रुपये मिल पाते है। महिलाए घरों में इनकी ढलाई का काम करती है। घरेलू कार्य निपटाने के बाद महिला पुरूषों का हाथ बटाती है। इससे कुछ आय बढ़ जाती है। यहां पर करीब 15 हजार कारीगर यह काम करते हैं। मालूम हो कि 21 जनवरी के अंक में बोले एटा के तहत आपके लोकप्रिय समाचार पत्र में इन कारीगरों की समस्याओं को प्रकाशित किया गया है।

जलेसर में घुंघरू घंटी के कारीगरों को समय-समय पर जानकारी देते रहते है। इसके अलावा अगर कुछ लोगों को जानकारी नहीं है तो दो दिन बाद वहां पर कैंप का आयोजन किया जाएगा। इस कैंप में सरकार की योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ में जल्दी ही जलेसर की भट्ठियां कोयला से हटकर गैस से चलेंगी। इसके बारे में पूरी तैयारियां कर ली गई है। यह जानकारी भी इन सभी भट्टी संचालकों को दी जाएगी। इनके लिए कनेक्शन भी जारी होगे। गैस से काम करने में काफी आसानी रहेगी।

प्रेमकांत, उपायुक्त, जिला उद्योग केंद्र एटा

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