होली में परदेसियों के गांव आने की राह नहीं दिख रही आसान
Deoria News - देवरिया, निज संवाददाता। रंगों का त्योहार होली का समय नजदीक आ गया है। होली
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देवरिया, निज संवाददाता। रंगों का त्योहार होली का समय नजदीक आ गया है। होली में परदेसी भी अपने घर आते हैं और धूमधाम से त्योहार को मनाते हैं। लेकिन इस बार उनके आने की राह आसान नहीं दिख रही। लंबी दूरी की ट्रेनों का पहले से ही सीट फुल है। जबकि तत्काल टिकट भी आसानी से नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में लोग तत्काल टिकट के लिए ई-टिकट दलालों से संपर्क करने लगे हैं। तत्काल ई-टिकट दलाल एक-एक टिकट का 500 से एक हजार रुपये तक अधिक की वसूली कर रहे हैं। उधर आरपीएफ व सीआइबी की कुंभ में ड्यूटी लगने के चलते टिकट दलालों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है।
मार्च माह के द्वितीय पखवारे में रंगों का त्योहार होली है। इस त्योहार का लोगों को इंतजार रहता है। त्योहार मनाने के लिए बाहर रह रहे लोग भी अपने घरों को आते हैं और इस त्योहार को धूमधाम से मनाते हैं। त्योहार में चंद दिनों का समय शेष रह गया है। बाहर रह रहे लोग अपने घरों को आने की तैयारी में जुट गए हैं, लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों का सीट पहले से ही फुल है। दिल्ली, गुजराज, मुम्बई समेत विभिन्न जगहों से आने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों का सीट फुल होने के चलते यात्री परेशान हैं।
उनके सामने मात्र एक विकल्प तत्काल टिकट है। लेकिन खिड़की से एक से दो टिकट बनने के बाद वहां भी बेटिंग शुरू हो जा रही है। सलेमपुर के मनोज कुमार का कहना है कि उसके भाई को अहमदाबाद से आना है, लेकिन वहां से आने वाली ट्रेनों का सीट पहले से ही फुल है। ऐसे में उनके होली पर आने की उम्मीद कम हो गई है। जबकि राम गुलाम टोला के विनय सिंह का कहना है कि उसके परिवार के लोग मुंबई में रहते हैं। 5 मार्च से 10 मार्च के बीच उन्हें यहां आना है, लेकिन सीट पहले से ही फुल दिखा रहा है। ऐसे में कैसे वह आएंगे? तत्काल टिकट भी मिलने की उम्मीद भी कम ही दिख रही है।
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ई-टिकट दलाल हो गए हैं सक्रिय
ई-टिकट दलाल होली को लेकर अभी से सक्रिय हो गए हैं। लोगों को तत्काल टिकट उपलब्ध करा देने का ठेका लेने लगे हैं। वह एक टिकट 500 से एक हजार रुपये अधिक पर उपलब्ध कराने की बात कह रहे हैं। इसके पास प्रतिबंधित साफ्टवेयर है। उसी साफ्टवेयर से यह चंद मिनट में ही टिकट बना देते हैं।
रेलवे का सीट फुल तो प्लेन की तरफ बढ़ रहे कदम
होली का त्योहार गांव की गलियों में मनाने के लिए लोग हर हाल में आना चाह रहे हैं। ट्रेन का सीट फुल है तो कुछ लोग प्लेन से ही अपने गांव आने की सोचने लगे हैं और प्लेन का टिकट कराने लगे हैं। देवरिया रामनाथ के अभय कुमार का कहना है कि उनके भाई को मुंबई से आना है, टिकट नहीं मिल रहा है। इसलिए वह प्लेन से ही आएंगे।
कुंभ के चलते स्टेशन पर भीड़ रह रही है। प्लेटफार्म के साथ ही काउंटर पर भी जवानों की तैनाती की गई है। ई-टिकट दलालों के विरुद्ध जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आस मोहम्मद, आरपीएफ इंस्पेक्टर, देवरिया
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