कूड़े की छटाई कर बेचा जाता है सूखा कूड़ा, होती है आमदनी
Deoria News - देवरिया नगर पालिका परिषद के मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर में कूड़े की छटाई से हर साल 60 हजार रुपये का सूखा कूड़ा बेचा जाता है। गीले कूड़े से खाद बनाकर पार्कों में उपयोग किया जाता है। यह प्रक्रिया...

देवरिया, निज संवाददाता। नगर पालिका परिषद देवरिया के मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर(एमआरएफ) में कूड़े की छटाई कर प्रति वर्ष करीब 60 हजार रूपये का सूखा कूड़ा बेचा जाता है। जिससे कूड़े का निस्तारण होने के साथ ही नपा को सूखे कूड़े से अच्छी आमदनी भी हो रही है। वहीं छटाई के दौरान निकलने वाले गीले कूड़े का खाद बनाकर पार्कों में उसका उपयोग भी किया जा रहा है। नगर पालिका द्वारा शहर के भुजौली कालोनी स्थित मैटेरियल रिकवरी फैसेलिटी सेंटर(एमआरएफ) का निर्माण कराया गया है। जिसमें वार्डों से निकलने वाले कूड़ों को एकत्र पालिका के गाडि़यों से एफआरएफ सेंटर तक पहुंचाया जाता है। जहां मशीन के जरिए कूड़ों की छटाई की जाती है। पालिका कर्मियों की मानें तो छटाई के दौरान सूखे कूड़े के रूप में निकलने वाले प्लास्टिक बोतल, गुड़िया, केन व अन्य प्लास्टिक के वस्तुओं को किनारे कर लिया जाता है। वहीं गीले को कूड़े को अलग कर दिया जाता है। छटाई के दौरान निकले सूखे कूड़े को तीन से चार महीने पर एक बार बेचा जाता है, जिससे नगर पालिका को वर्ष में करीब 60 से 70 हजार रूपये की आमदनी होती है। वहीं कूड़े का भी निस्तारण हो जाता है। जबकि गीले कूड़े का खाद बनाया जाता है और उसका उपयोग शहर में स्थित पार्कों में पौधों के लिए किया जाता है।
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