Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़CM Yogi admits that there was a stampede at many places on Mauni Amavasya seven more people lost their lives

CM योगी ने माना, मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में कई स्थानों पर भगदड़ हुई; सात और की गई थी जान

सीएम योगी ने बुधवार को माना कि मौनी अमावस्या पर संगम नोज के अलावा भी प्रयागराज में भगदड़ मची थी और सात लोगों की मौत हुई थी।सीएम योगी ने कहा कि इन सभी मौतों को महाकुंभ से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानWed, 19 Feb 2025 05:44 PM
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CM योगी ने माना, मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में कई स्थानों पर भगदड़ हुई; सात और की गई थी जान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में माना कि महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम नोज के साथ ही कुछ और स्थानों पर भी प्रेशर प्वाइंट बने थे। अलग अलग क्षेत्रों में भी दिनभर दबाव बनते रहे। इस दबाव में भी 30 से 35 लोग घायल हुए थे। उनमें से 7 लोगों की मौत भी हो गई थी। सीएम योगी ने संगम नोज पर हुए हादसे का पूरा ब्योरा भी दिया और बताया कि क्यों भगदड़ मची थी। दोहराया कि इसमें 30 लोगों की मौत हुई थी। इसमें से एक की पहचान नहीं हो सकी। उनका डीएनए सुरक्षित रख लिया गया और अंतिम संस्कार कर दिया गया था। यह भी बताया कि घायलों में अब भी एक व्यक्ति का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

सीएम योगी ने बताया कि संगम नोज पर घटना के बाद श्रद्धालुजनों की मदद से ही ग्रीन कॉरिडोर बना। एंबुलेंस को आने का रास्ता मिला। एंबुलेंस ने घायलों को पहले अस्पताल पहुंचाया। वहां से घायलों को मेडिकल कॉलेज ले जाने में मदद की। सीएम योगी ने कहा कि हम उस जनदबाव को देखें, जो उस समय वहां रहा होगा। 25 लाख की आबादी वाले शहर में पांच करोड़ की भीड़ के बीच रेस्क्यू करना और इस प्रकार से अलग अलग क्षेत्रों में भी दिनभर दबाव बनते रहे। कुछ लोगों को वहां से निकालना और कुछ लोगों को वहां से निकालना, इससे प्रयागराज में अलग अलग स्थानों पर कुछ प्रेशर प्वाइंट बने। इससे 30-35 लोग अन्य स्थानों पर भी घायल हुए। उन्हें भी अस्पताल पहुंचाया गया। उनमें भी सात लोगों की मौतें हुईं।

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सीएम योगी ने कहा कि इन सभी घटनाओं को महाकुंभ से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। नेपाल, अलीगढ़, झारखंड की घटनाओं या प्रयागराज में सड़क हादसे में दस लोगों की मौत को भी महाकुंभ से जोड़ दिया जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि सड़क हादसा चिंता का विषय है। भगदड़ में मारे गए और सड़क हादसों में मरे सभी लोगों के साथ हमारी सहानुभूति है। इनकी मौतें समाज की क्षति है। इसके लिए जागरूकता की जरूरत है। हेलमेट, सीट बेल्ट की बात होती है। कई वीआईपी भी नहीं लगाते हैं। वह लड़ने लगते हैं। इन सभी को महाकुंभ से जोड़ना महाकुंभ से न्याय नहीं हो सकता है।

महाकुंभ पर दुष्प्रचार और झूठी अफवाह फैला रहा विपक्ष

सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष के नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने महाकुंभ को लेकर कई गलत तथ्य प्रस्तुत किए और इसे धन की बर्बादी तक करार दिया। उन्होंने विपक्ष के नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि यह उनके संस्कार और मानसिकता को दर्शाता है। सीएम योगी ने कहा कि किसी भी सभ्य समिति के लिए वह भाषा शोभा नहीं देती है। आप लोगों के अपने संस्कार हो सकते हैं, आप लोगों का अपना व्यवहार हो सकता है, लेकिन कोई सभ्य समाज और कोई सभ्य समिति कभी भी उसको मानता नहीं दे सकती है उन्होंने कहा कि महाकुम्भ कोई नया आयोजन नहीं है, बल्कि यह वैदिक परंपरा से चला आ रहा है। ऋग्वेद, अथर्ववेद और श्रीमद्भागवत महापुराण में भी इसका उल्लेख है। यह आयोजन भारतीय संस्कृति की आत्मा है और इसे संकीर्ण राजनीतिक नजरिए से देखना अनुचित है।

सीएम योगी ने कहा कि जैसे ही महाकुम्भ का आयोजन शुरू हुआ विपक्ष द्वारा अफवाह और दुष्प्रचार किया जाने लगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महाकुंभ आयोजन के पहले इस बारे में कहना शुरू किया कि इतना पैसा और इतना विस्तार देने की आवश्यकता क्या है। उनका बयान है कि “हमारी सरकार से अपील है कि बहुत सारे बुजुर्ग जो 65 से 65 साल से और 70 साल से ऊपर के हैं स्नान नहीं कर पाए हैं”, उसके बाद फिर उनके बयान आए।

सीएम योगी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भगदड़ में हजारों लोग मारने वाले बयान, टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा महाकुम्भ को मृत्युकुम्भ कहे जाने के बयान का जिक्र करते हुए उसकी आलोचना की। सीएम योगी ने कहा कि जया बच्चन कहती हैं कि शवों को गंगा में बहा दिया गया, लालू यादव कहते हैं फालतू है महाकुम्भ। इस प्रकार की गैर जिम्मेदाराना बयान समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, आरजेडी और टीएमसी के नेताओं के द्वारा सनातन धर्म के जुड़े हुए सबसे बड़े आयोजन के प्रति दिए गए हैं।

महाकुम्भ के भव्य आयोजन के प्रति प्रतिबद्ध है सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ को भव्य बनाने के लिए सरकार ने हरसंभव प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य श्रद्धालुओं को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध कराना है। प्रयागराज महाकुम्भ में अब तक 56 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। हम इसे ऐतिहासिक बना रहे हैं और इसमें कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग शुरू में महाकुम्भ का विरोध कर रहे थे, वे भी अब चुपचाप स्नान करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि 2013 में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब इनके नेताओं को प्रयागराज जाने से रोका गया था, लेकिन इस बार वे खुद वहां गए और हमारे द्वारा की गई व्यवस्थाओं की प्रशंसा भी की।

सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं

सीएम योगी ने कहा कि कुछ विपक्षी नेता महाकुम्भ को ‘मृत्यु कुंभ’ बताकर सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि यह सनातन आस्था पर सीधा प्रहार है। उन्होंने कहा, "सनातन धर्म भारत की आत्मा है और इसका सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। हमारी सरकार इस परंपरा को भव्यता देने के लिए कृतसंकल्प है।" उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की सुरक्षा ही विश्व मानवता की सुरक्षा की गारंटी है। प्रयागराज महाकुम्भ में हर जाति, मत और मजहब के लोग श्रद्धा के साथ पहुंचे हैं। जब क्रिकेटर मोहम्मद शमी तक ने स्नान किया, तो विपक्षी नेता इसका विरोध क्यों कर रहे हैं?

सीएम योगी ने अयोध्या और राम मंदिर विरोध पर भी विपक्ष को घेरा

सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष महाकुम्भ ही नहीं, बल्कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भी विरोध करता रहा है। उन्होंने कहा कि जब सर्वोच्च न्यायालय ने सर्वसम्मति से राम जन्मभूमि पर फैसला दिया, तब भी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस जैसे दलों ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि अयोध्या में रामलला विराजमान हुए, तब भी यही लोग विरोध कर रहे थे। जब हमने प्रस्ताव दिया कि सभी विधायक अयोध्या दर्शन के लिए जाएं, तब समाजवादी पार्टी ने वॉकआउट कर दिया।

डबल इंजन सरकार ने प्रदेश का परसेप्शन बदला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश की छवि नकारात्मक थी, लेकिन डबल इंजन सरकार ने प्रदेश का परसेप्शन बदला है। उन्होंने कहा कि आज यूपी की छवि विकास, कानून व्यवस्था और संस्कृति के संरक्षण के लिए जानी जाती है। महाकुम्भ इसका एक बड़ा उदाहरण है। दुनिया हमें सम्मान की नजरों से देख रही है। उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि जो लोग महाकुम्भ का विरोध कर रहे हैं, वे अपनी सोच बदलें। उन्होंने कहा कि संक्रमित व्यक्ति का उपचार संभव है, लेकिन संक्रमित सोच का उपचार नहीं किया जा सकता। हमें गर्व है कि यह भव्य आयोजन हमारी सरकार के नेतृत्व में हो रहा है और हम इसे पूरी निष्ठा के साथ संपन्न करेंगे।

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