डीएसआर रेज्ड बेड विधि से कराई धान की बुवाई
Bijnor News - बिजनौर के चिकित्सक डॉक्टर सत्यपाल ने डीएसआर रेज्ड बेड विधि से धान की बुवाई की है। यह विधि पानी का संतुलित प्रयोग और मिट्टी में वायु परिसंचरण में सुधार करती है, जिससे फसल का उत्पादन बढ़ता है। उप कृषि...

बिजनौर के चिकित्सक डॉक्टर सत्यपाल ने अपने खेतों पर डीएसआर रेज्ड बेड विधि से धान की बुवाई कराई है। हल्दौर ब्लाक के गांव गुड़ियापुर में नवीन विधि से धान की बुवाई कराई गई है। योगेंद्र पाल सिंह सेवानिवृत्ति विषय वस्तु विशेषज्ञ कृषि विभाग, आदित्य वीर सिंह विषय वस्तु विशेषज्ञ व कुलदीप सिंह विषय वस्तु विशेषज्ञ तथा गिरीश चंद्र उप कृषि निदेशक द्वारा मौके पर उपस्थित रहकर डीएसआर विधि से धान की बुवाई कराई गई। रविवार को निरीक्षण के दौरान उप कृषि निदेशक गिरीशचन्द्र ने कहा कि सत्यपाल ने बिजनौर में अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। रेज्ड बेड सिस्टम में पानी का संतुलित प्रयोग होता है तथा जमीन में वायु परिसंचरण भी अच्छा रहता है।
जिससे फसल से अच्छी उपज प्राप्त होती है। इस विधि से खेती करने में पानी की बचत होगी तथा उपज अच्छी मिलेगी। उपकृषि निदेशक गिरीशचन्द्र ने बताया कि 8 जून को रेज्ड बेड पर डीएसआर विधि से धान की बुवाई सीड ड्रिल द्वारा की गई है। रबी 2024 में गेहूं की बुवाई रेज्ड बेड पर सीड ड्रिल द्वारा कराई गई थी जिससे लगभग 58 कुंतल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन प्राप्त हुआ था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में मक्के व स्वीट कॉर्न की फसल फार्म पर लगी हुई है तथा पशुओं के चारे के लिए बाजरे की फसल खड़ी है। फलों के अंतर्गत आंवला, अमरूद, आम, पपीता, केला के पौधे लगाए गए। जिमीकंद, मिर्च, तरोई सहित अनेक सब्जियों की खेती जैविक विधि से की जा रही है।
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