निजी प्रैक्टिस करने वालों की नहीं बनी सूची, शासन सख्त
Basti News - सब हेड... जिला अस्पताल के 50 डॉक्टरों ने नोटरी बयान हलफी देकर निजी प्रैक्टिस नहीं करने की दी शपथ

बस्ती, निज संवाददाता। सरकारी चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस मामले में बस्ती जिले से कोई सूचना नहीं दिए जाने पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने नाराजगी जताई है। उन्होंने सीएमओ को कड़े शब्दों में कहा है कि दो दिनों में अपडेट सूची उपलब्ध कराएं। यदि ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई होगी। शासन स्तर पर सरकारी चिकित्सकों के निजी प्रैक्टिस मामले में चल रही कार्रवाई के क्रम में सीएमओ बस्ती से निजी प्रैक्टिस में लिप्त चिकित्सकों की सूची 20 फरवरी तक मांगी गई थी, लेकिन सूची या फिर कोई सूचना नहीं दिए। वीडियो कांफ्रेसिंग में उन्होंने कहा है कि 23 फरवरी तक हर हाल में सूचना उपलब्ध कराएं, ताकि आगे कार्रवाई भेजी जा सके। वहीं सीएमओ डॉ. आरएस दूबे का कहना है कि सीएचसी-पीएचसी पर तैनात चिकित्सकों से नोटरी बयान हलफी मांगी गई है। सूचना जल्द शासन को उपलब्ध करा देंगे। अंडर सीएमओ 70 डॉक्टर कार्यरत हैं।
जिला अस्पताल के 50 डॉक्टरों ने दिया शपथ-पत्र
जिला अस्पताल में कार्यरत 50 सरकारी चिकित्सकों ने एसआईसी को शासन की ओर से उपलब्ध कराए गए फार्मेट के साथ नोटरी बयान हलफी देकर कहा है कि वह निजी प्रैक्टिस नहीं करते हैं। शासनादेश के अनुसार कार्य करते हैं। एसआईसी ने एडी हेल्थ बस्ती मंडल को शपथ पत्र की सूची सौंप दी गई है।
10 को चिकित्सकों को नोटिस, स्पष्टीकरण तलब किया
निजी प्रैक्टिस मामले में मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मनोज कुमार ने सख्ती बरती। उन्होंने 10 चिह्नित चिकित्सकों को नोटिस देकर उनसे स्पष्टीकरण तलब किया है। निजी प्रैक्टिस नहीं करने का शपथ पत्र स्पष्टीकरण के साथ मांगा गया है, हालांकि, अभी तक किसी डॉक्टर ने जवाब नहीं दिया है, इससे कार्रवाई लंबित है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।