अस्पताल के चार चिकित्सकों से स्पष्टीकरण तलब
Balrampur News - बलरामपुर के संयुक्त जिला चिकित्सालय में डीएम पवन अग्रवाल ने औचक निरीक्षण के दौरान अव्यवस्थाओं और प्रसूताओं को गुणवत्तापूर्ण भोजन न दिए जाने पर अस्पताल प्रशासन को सुधार के लिए नौ बिंदुओं पर निर्देश...

सख्ती प्रसव कक्ष में अव्यवस्था मिलने व प्रसूताओं को गुणवत्तापूर्ण भोजन न दिए जाने पर डीएम ने तलब की रिपोर्ट
अस्पताल प्रशासन को नौ बिन्दुओं पर सुधार की दी हिदायत, सीएमएस बोले: निर्देशों का होगा पालन
बलरामपुर, संवाददाता।
संयुक्त जिला चिकित्सालय में तैनात चार चिकित्सकों से जिलाधिकारी के निर्देश पर अस्पताल प्रशासन ने स्पष्टीकरण तलब किया है। संतोषजनक जबाब न मिलने पर इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सकों से यह स्पष्टीकरण ड्यूटी से गायब रहने, मरीजों को परेशान करने एवं मरीज पर बाहर से इलाज कराने का दबाव बनाने के आरोप में मांगा गया है। इसके अलावा अस्पताल की खराब अन्य व्यवस्थाओं को तत्काल ठीक करने का निर्देश डीएम ने अस्पताल प्रशासन को दिया है।
पिछले 24 अप्रैल को जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने संयुक्त जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की एक-एक व्यवस्थाओं को देखा था। डीएम को अस्पताल में कई अनियमितताएं मिलीं। जिसके बाद उन्होंने अस्पताल के सीएमएस को कार्रवाई का निर्देश दिया। अस्पताल प्रशासन और सीएमओ भेजे गए निरीक्षण आख्या में डीएम ने कहा है कि अस्पताल के इमरजेंसी में डॉ प्रभात त्रिपाठी मौजूद थे। निरीक्षण के समय इमरजेंसी में मरीज मालती देवी इलाज के लिए मौजूद थीं। जिसका कोई भी विवरण रजिस्ट्रेशन पंजिका में दर्ज नहीं था। डीएम ने कहा है कि निरीक्षण के समय मरीज का इलाज किया जा रहा था, इससे यह प्रतीत हो रहा है कि मरीज काफी देर से इमरजेंसी में मौजूद थी। चिकित्सक द्वारा संतोषजनक जबाब नहीं दिया गया। उन्होंने प्रत्येक मरीज का विवरण व समस्या रजिस्टर में दर्ज करने की हिदायत दी। डीएम को उनके निरीक्षण के दौरान मरीज रंगीलाल ने अवगत कराया था कि अस्पताल के फिजीशियन डॉ सौरभ गुप्ता उसे बाहर उपचार कराने की सलाह दे रहे हैं। इस पर डीएम ने डॉ गुप्ता से पूछताछ किया, लेकिन वह संतोषजनक जबाब नहीं दे पाए, इस पर डीएम ने नाराजगी जताई थी। इसी तरह से अस्पताल के सर्जन डॉ आरडी रमन बगैर किसी सूचना के गायब थे। जिसके कारण सर्जरी ओपीडी भी बंद थी। इस पर भी डीएम ने नाराजगी जताई थी। जबकि अस्पताल के आर्थोपैडिक सर्जन डॉ केके बर्नवाल बगैर किसी सूचना के एक माह से गायब चल रहे हैं, जिस कारण प्लास्टर रूम भी बंद था। इन सभी चिकित्सकों की कार्यशैली पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए इनसे स्पष्टीकरण लेकर प्रस्तुत करने का निर्देश सीएमएस को दिया है।
कोट
जिलाधिकारी के निर्देश पर चार चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जबाब न मिलने पर इनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। पूरी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जाएगी। जो निर्देश मिला है उसका पालन किया जाएगा।
डॉ राज कुमार, सीएमएस संयुक्त जिला चिकित्सालय बलरामपुर
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