यूपी के मान स्तंभ हादसे में मुआवजा घोषित नहीं होने से जैन समाज में आक्रोश, सड़क पर उतरे लोग
यूपी में बागपत के बड़ौत में मान स्तंभ परिसर में हुए हादसे को तीन दिन गुजरने के बाद भी मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजा घोषित नहीं होने से जैन समाज में आक्रोशित है। आहत जैन समाज के लोगो ने गुरुवार को नेहरू मूर्ति के पास हंगामा और प्रदर्शन किया।
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यूपी में बागपत के बड़ौत में मान स्तंभ परिसर में हुए हादसे को तीन दिन गुजरने के बाद भी मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजा घोषित नहीं होने से जैन समाज में आक्रोशित है। आहत जैन समाज के लोगो ने गुरुवार को नेहरू मूर्ति के पास हंगामा और प्रदर्शन किया। मंगलवार को आदिनाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव के दौरान हुए हादसे में सात लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 80 लोग घायल हुए थे। गुरुवार को सभी व्यापारिक संगठनों ने मृतकों की तेरहवीं पर बाजार बंद रखने की घोषणा की। बाजार बंद करने के बाद सभी व्यापारी नेहरू मूर्ति के पास एकत्र हुए। वहां पर उन्होंने हंगामा और प्रदर्शन करते हुए कहा कि हादसे को तीन दिन गुजर जाने के बाद भी अभी तक मुआवजे की घोषणा नही हुई है। सूचना पर एसडीएम व सीओ उनके बीच पहुंचे। हंगामा कर रहे लोगो से वार्ता की।
उधर हादसे के बाद बैठाई गई जांच के बाद परिसर को सील कर दिया गया है। मजिस्ट्रेट जांच टीम के सदस्यों ने घटनास्थल पहुंचकर सबूत/साक्ष्य जुटाए। साथ ही आयोजक कमेटी के सदस्यों के बयान भी दर्ज किए गए। मान स्तंम्भ परिसर में हुई इस बड़ी घटना के बाद जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी थी। घटना के बाद शाम के समय तक तो घटनास्थल पर काफी लोगों, नेताओं, अधिकारियों का आना जाना लगा रहा, इसके बाद देर शाम पूरे परिसर को सील कर दिया गया था।
बुधवार की सुबह मजिस्ट्रेट जांच टीम घटनास्टल पहुँची। इस 6 सदस्यीय जांच टीम का नेतृत्व कर रहे अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष सिंह व अन्य सदस्यों द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए। बनाये गए मचान, बरती गई लापरवाही आदि बिंदुओं की जांच के बाद आयोजक कमेटी के पदाधिकारियों को भी वहीं बुलवाया गया। इस दौरान पदाधिकारियों व समाज के लोगों ने टीम का घेराव तक किया। बाद में टीम ने सभी पदाधिकारियों के बयान भी दर्ज किए। अपर जिलाधिकारी न्यायिक सुभाष सिंह ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।
मृतकों के घर सांत्वना देने वालों का लगा रहा तांता
भगवान आदिनाथ के निर्वाण महोत्सव पर मान स्तंम्भ परिसर में मचान गिरने से हुए हादसे के बाद बुधवार को मृतकों के यहां शोक संवेदनाएं देने वालों का तांता लगा रहा। वहीं घायलों का कुशलक्षेम जानने के लिए अस्पतालों में नेता, अधिकारी भी उमड़े रहे।
क्या हुआ था
मंगलवार की सुबह डीजे कॉलेज के मान स्तंम्भ परिसर में बनाये गए 65 फीट ऊंचे अस्थाई मचान के ढहने से बड़ा हादसा हो गया था। इस हादसे में 3 महिलाओं समेत 7 श्रद्धालुओं की जान चली गई थी जबकि 80 से अधिक श्रद्धालु गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। इनमे 7 पुलिसकर्मी भी शामिल थे। घायलों को ई रिक्शा, एम्बुलेंस, पालिका के वाहनों से विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया था।
घटना के बाद केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी, राज्यमंत्री केपी मलिक, सांसद डॉ राजकुमार सांगवान, डीजीपी कलानिधि नैथानी भी घटनास्थल पहुँचे थे। उन्होंने अस्पतालों में जाकर घायलों का भी हालचाल जाना था। पूरे दिन शहर में इस बड़ी घटना को लेकर अफरा तफरी का माहौल था।
एक मृतक शिक्षक अरुण जैन का पोस्टमार्टम हुआ था जबकि 6 अन्य श्रद्धालुओं का शव बिना पोस्टमार्टम के परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था। शाम तक सभी का गमगीन माहौल के बीच अंतिम संस्कार भी कर दिया गया था। वहीं बुधवार को भी दिनभर इसी घटना को लेकर बातचीत होती रही। नेताओं, राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों, अधिकारियों ने घायलों का हालचाल अस्पताल जाकर जाना और मृतकों के परिजनों से मिल शोक संवेदना प्रकट की।
मान स्तंम्भ परिसर में हुए इस दर्दनाक हादसे के बाद मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। किसी के घर का इकलौता कमाने वाला चला गया है तो किसी के घर की गृहणी। घटना में अपनों को खो चुके परिवारों की हालत भी कुछ खास नहीं है। पॉलीटेक्निक में संविदाकर्मी के बतौर काम करने वाले अमित जैन के दो बच्चे हैं और वे भी इस घटना में घायल हुए थे जबकि पत्नी जो निजी स्कूल में अध्यापिका है, वह भी घायल है।