डोर की तरह उलझी रही प्रेमकहानी, मौत के साथ दफन हुआ दुष्कर्म का दाग
Amroha News - अमरोहा, संवाददाता। दुष्कर्म के आरोपी फैसल की मौत के साथ एक उलझी हुई प्रेम कहानी का भी अंत हो गया। दोनों के बीच में निकाह का रिश्ता था या नहीं, ये सवाल

दुष्कर्म के आरोपी फैसल की मौत के साथ एक उलझी हुई प्रेम कहानी का भी अंत हो गया। दोनों के बीच में निकाह का रिश्ता था या नहीं, ये सवाल अब भी जवाब की तलाश में लोगों की जुबां पर है हालांकि दोनों में चल रहे इस लड़ाई-झगड़े के दरमियान एक निकाहनामा जरूर सामने आया था लेकिन वो असली है या नकली, इसकी पुष्टि कोई नहीं कर रहा है। बहरहाल, पहले दुष्कर्म और अब जानलेवा हमले के इल्जाम का दाग भी फैसल की मौत के साथ कब्र में दफन हो गया और मुकदमेबाजी भी हमेशा के लिए खत्म हो गई। जानकारी के मुताबिक कॉलेज में दोनों के बीच पहली मुलाकात साल 2021-22 में हुई थी। एक साल पहले यानि साल 2020 में पति की मृत्यु होने पर उनके बदले मृतक आश्रित कोटे में शिक्षिका की इस कॉलेज में नियुक्ति हुई थी जबकि कोरोना काल में कॉलेज से नौकरी गंवाने वाला बीएससी पास फैसल को भी उसी साल दोबारा कॉलेज में पढ़ाने के लिए बुलाया गया था। इससे पहले करीब तीन साल वह कॉलेज में महज ढाई से तीन हजार रुपये के मामूली मानदेय पर नौकरी कर चुका था लेकिन लॉकडाउन में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या घटने पर तब उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। बताया जा रहा है कि पहली मुलाकात में ही दोनों में परवान चढ़ा इश्क कुछ समय में ही हद से गुजरने लगा, जिसके चर्चे पूरे कॉलेज में होने लगे। वहीं, शिक्षिका ने अपने दो बच्चों के साथ कॉलेज के पास में ही किराए का मकान लेकर रहना शुरू कर दिया, जहां फैसल का वक्त-बेवक्त आना-जाना लगा रहता था। चर्चा है कि दोनों ने खामोशी से निकाह कर लिया था, करीब दो साल तक तो इनके बीच सबकुछ ठीक-ठाक चलता रहा लेकिन तभी अचानक साल 2024 की शुरुआत में इस रिश्ते में अचानक कड़वाहट घुलती चली गई। शिक्षिका ने दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा लिखवा दिया और आखिर में इस इल्जाम में फैसल को जेल तक जाना पड़ा।
ज्वाइंट एकाउंट के अलावा सामने आया था निकाहनामा
अमरोहा। शिक्षिका प्रेमिका संग दुष्कर्म करने के आरोप में फंसने के बाद फैसल का उसके साथ निकाह होने की चर्चा चल पड़ी थी। आरोपी फैसल ने खुद को बेगुनाह बताते हुए कई सुबूत भी दिए लेकिन आरोप है कि पुलिस ने उन सुबूतों को सिरे से नकार दिया। बताया जा रहा है कि दोनों का कस्बा नौगावां सादात स्थित एक बैंक शाखा में ज्वाइंट एकाउंट भी खुला हुआ था, इसके अलावा फैसल ने एक निकाहनामा भी कुछ लोगों को दिखाया था जो दोनों के बीच पति-पत्नी का रिश्ते होने की तस्दीक था। इसे लेकर कॉलेज स्टाफ के साथ काफी दिन तक क्षेत्र में दोनों के बीच संबंधों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चलती रही थीं।
48 दिन काटी जेल, बमुश्किल मिली रिहाई
अमरोहा। शिक्षिका की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने वाली नौगावां सादात थाना पुलिस ने मई 2024 में आरोपी फैसल को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था। इसके बाद उसने करीब 48 दिन की जेल काटी, जिला जजी से याचिका खारिज होने के बाद उसे बमुश्किल हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।
गोली मारने की नीयत से पहुंचा था कॉलेज, बाद में अपनी जिंदगी खत्म करने का था इरादा
अमरोहा। शनिवार शाम जानलेवा हमला करने के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बाद जहर खाकर अपनी जान देने वाले फैसल के इरादे शुरू से ही खतरनाक रहे। सजा होने के बाद दोबारा जेल जाने का खौफ किसी सूरत उसका पीछा नहीं छोड़ रहा था। वहीं, बीते सप्ताह अपने इसी मुकदमे में पैरवी के लिए अदालत पहुंची पीड़ित शिक्षिका को वहां देखकर उसकी यह फिक्र और ज्यादा बढ़ने लगी लिहाजा फैसल सजा की तरफ बढ़ रहे इस मुकदमे को हर सूरत में निपटाने का दबाव पीड़ित शिक्षिका पर बना रहा था। वहीं, दूसरा रास्ता अपनाते हुए इसके लिए वह अपने व्हाट्सअप, इंस्ट्राग्राम और फेसबुक पर इमोशनल स्टेटस भी लगाता रहता था, इसके पीछे उसका मकसद ये ही था कि शायद शिक्षिका के दिल में रहम आ जाए लेकिन जिद पर अड़ी शिक्षिका पर उसकी किसी भी बात कोई असर नहीं हुआ। शनिवार को उसने जो रास्ता चुना शायद वो उसका आखिरी दांव था। चर्चा है कि वह अपनी जेब में जहर रखने के बाद शिक्षिका को गोली मारने के इरादे से कॉलेज पहुंचा था, इसके बाद जहर खाकर उसे वहीं पर अपनी जिंदगी का किस्सा भी खत्म करना था लेकिन आखिर वक्त तक वह पिस्टल का ट्रिगर दबाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया, इसके बाद प्रधानाचार्य कक्ष में मौजूद लोगों के विरोध के आगे उसे कॉलेज से भागना पड़ा।
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