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अलीगढ़ में दो साल बाद भी 4800 करोड़ के निवेश की शुरुआत नहीं

Aligarh News - फोटो.. -ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में एमओयू करने वाले 72 निवेशकों का निवेश लंबित -फरवरी 2023

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Sun, 23 Feb 2025 07:09 PM
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अलीगढ़ में दो साल बाद भी 4800 करोड़ के निवेश की शुरुआत नहीं

फोटो.. -ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में एमओयू करने वाले 72 निवेशकों का निवेश लंबित

-फरवरी 2023 में इंवेस्टर्स समिट में निवेशकों ने सरकार से किए थे एमओयू

-भौतिक सत्यापन में निवेशकों के प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आने की बात आई सामने

-दस्तावेज अपूर्ण, जमीन की उपलब्धता नहीं होना, एनओसी न मिलने के कारण आए

-10 फीसदी उद्यमियों ने नया निवेश करने का किया इनकार, कुछ ने मांगा दोबारा समय

-निवेश नहीं करने वाले उद्यमियों की विभागीय अधिकारी काउंसिलिंग करने में जुटे

-4800 करोड़ के निवेश से जिले में 7500 को रोजगान देने का रखा गया है लक्ष्य

अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दो साल बाद अलीगढ़ में 4800 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पाए। सरकार के साथ एमओयू करने वाले निवेशकों के भौतिक सत्यापन में इसका खुलासा हुआ है। जिला उद्योग केंद्र की ओर से किए गए भौतिक सत्यापन में 72 निवेशक ऐसे मिले हैं, जिनके निवेश लंबित हैं। 72 निवेशकों ने 7500 से अधिक को रोजगार देने का वादा किया था।

फरवरी 2023 में जनपद में बड़ी संख्या में निवेशकों ने एमओयू किए थे। लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी 72 निवेशकों ने अभी तक निवेश शुरू नहीं किया। जिला उद्योग केंद्र के भौतिक सत्यापन में निवेशकों ने विभिन्न कारण बताए हैं। एनीमल हसबैंडरी, स्वास्थ्य, कॉपरेटिव विभाग, एमएसएमई, फूड सेफ्टी एंड ड्रग, होर्टिकल्चर, मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट, टूरिज्म, तकनीकी एजूकेशन, अर्बन डेवलपमेंट समेत अन्य विभागों से संबंधि एमओयू लंबित हैं। 72 एमओयू 4800 करोड़ रुपये से अधिक हैं। जिला उद्योग केंद्र ने पिछले माह निवेशकों का भौतिक सत्यापन कराया था, जिसमें निवेश विभिन्न कारणों के चलते लंबित मिले। निवेशकों ने एनओसी, जमीन, दस्तावेज पूरे नहीं होने, रजिस्ट्री नहीं होने समेत अन्य कारण भौतिक सत्यापन के दौरान बताए हैं। 72 में करीब पांच निवेशक ऐसे हैं जिन्होंने मार्च 2025 के बाद काम शुरू करने का भरोसा दिया है।

72 निवेशकों में अलाना व केएल स्टील का सबसे बड़ा निवेश

-जिन 72 निवेशकों का निवेश लंबित है उसमें अलाना संस प्राइवेट लिमिटेड का 1000 करोड़ व केएल स्टील प्राइवेट लिमिटेड का 1000 करोड़ रुपये सबसे बड़ा निवेश है। इसके अलावा अलीगढ़ हार्डवेयर पार्क का 500 करोड़ रुपये का निवेश शामिल हैं। केएल स्टील ने भौतिक सत्यापन में कारण बताया कि किसानों की उपलब्धता नहीं होने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो पाई। अलाना संस प्राइवेट का निवेश शासन स्तर पर निवेश लैंड यूज चेंज को लेकर लंबित है। 15 फीसदी ऐसे निवेशक हैं जिनको जमीन की जरूरत है। जमीन नहीं मिल पाने के कारण निवेश लंबित है। अलदुआ फूड प्रोसेसिंग का 200 करोड़ रुपये का निवेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी रिजेक्ट होने व दोबारा आवेदन नहीं करने के कारण लंबित है। केके नर्सिंग का 100 करोड़ रुपये निवेश प्रस्ताव एडीए से नक्शा पास होने को लेकर लंबित है। कुछ निवेश एडीए के नए मास्टर प्लान को लेकर लंबित है। एडीए ने कुछ स्थानों को ग्रीन बेल्ट घोषित किया है, जिसके कारण वहां पर इकाइयां नहीं लग सकती हैं।

भौतिक सत्यापन में आए यह कारण आए सामने

दस्तावेज धारा 80 के तहत पूरे नहीं

प्रोजेक्ट की जरूरत के अनुसार भूमि की उपलब्धता नहीं

शासन स्तर से दस्तावेज पूर्ण नहीं

निवेशक स्तर से इनकार

रिलायंस कंपनी की प्रोजेक्ट के लिए न

नगर निगम से एनओसी लंबित

यूपीसीडा से जमीन का विवाद

एडीए के मास्टर प्लान को लेकर निवेश लंबित

बोले अधिकारी

इंवेस्टर्स समिट 72 निवेशकों ने अभी काम शुरू नहीं किया है। भौतिक सत्यापन में विभिन्न तरह की समस्याएं निवेशकों ने सामने रखीं हैं। कुछ निवेशक नए वित्तीय वर्ष से काम शुरू करेंगे। कुछ निवेशकों की प्रक्रिया शासन स्तर पर है। निवेशकों की काउंसिलिंग कराई जाएगी। बीरेंद्र कुमार, संयुक्त आयुक्त उद्योग।

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