बरेली रीजन में अब होली से पहले चालक-परिचालकों की भर्ती होगी। रीजन में 154 चालक और 210 महिला संविदा परिचालक की भर्ती की जाएगी। रोजगार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन,एनसीसी, स्काउट एवं गाइड, कौशल विकास मिशन, एनएसएस प्रमाण पर पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी।
महाकुंभ में स्नान करके घर लौटने वाले श्रद्धालुओं को लिए राहत भरी खबर है। महाकुंभ से वापसी कर रहे श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए यूपी रोडवेज ने बड़ी तैयारी की है। रोडवेज ने आरक्षित बसों के अलावा शटल बसों का भी बेड़ा तैयार किया है।
जियोफेंसिंग तकनीक और ट्रैफिक इंटेलिजेंस सर्वर के उपयोग से यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी चेकपोस्ट्स पर बसों की मूवमेंट को सटीकता और पारदर्शिता के साथ मॉनिटर किया जाए। सभी 7 चेकपोस्ट्स को जियोफेंसिंग तकनीक से सुसज्जित किया है।
मुरादाबाद की 320 रोडवेज बसें महाकुंभ 2025 के दौरान गोरखपुर व वाराणसी रूट पर चलेंगी। परिवहन मुख्यालय ने रीजन से 410 बसें मांगी। गोरखपुर के लिए 182 और वाराणसी मार्ग के लिए 138 बसें आवंटित की गई हैं। शेष 90 बसें मुरादाबाद से प्रयागराज के संचालन के लिए रहेंगी।
यूपी रोडवेज से सफर करने वालों के लिए खुशखबरी है। प्रदेश भर में रोडवेज की एसी बसों का किराया बुधवार-गुरुवार की आधी रात से कम हो गया। 1:45 और 1:60 रुपये प्रति किलोमीटर किराया कम कर दिया गया है। जिससे लखनऊ से दिल्ली का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से भी कम हो गया है।
यूपी रोडवेज बस के ड्राइवर-कंडक्टर वर्दी में रहेंगे। साथ ही बस स्टेशन के कर्मचारियों को बता दिया कि यात्रियों से किसी तरह का दुर्व्यहार न किया जाए। ऐसी शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बाराबंकी में ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर की चेकिंग के दौरान एक बस कंडक्टर को दिल का दौरा पड़ गया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सर्दियों के मौसम में यात्रियों को यूपी रोडवेज कम किराए की सौगात देगी। दरअसल परिवहन विभाग 15 दिसंबर से 28 फरवरी तक एसी बसों के किराये में 10 फीसदी छूट देने की योजना बन रही है।
प्रबंधन का दावा है कि इस व्यवस्था से बसों का मेंटीनेंस समय पर और कम खर्च से होगा। विभाग पर मैनपावर का खर्च भी नहीं आएगा। इससे विभाग को आर्थिक बचत भी होगी। विकासनगर में 64 संविदा नियमित कर्मचारी कार्यरत हैं। प्रबंधन का दावा है कि जनवरी से ठेकेदार बसों की सर्विसिंग करना शुरू कर देगा।
यूपी रोडवेज के चार और डिपो निजी कंपनियों के हवाले कर दिए गए हैं। इसमें सोहराब गेट, छुटमलपुर, एटा और कानपुर क्षेत्र का विकास नगर डिपो शामिल है। 20 डिपो का काम अब प्रदेश भर में प्राइवेट फर्में संभालेंगी।