बसपा सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार के बजट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये बजट व्यापक जनहित और जनकल्याण के हित में रहता तो बेहतर होता। भाजपा सरकार का बजट भी मीडिल क्लास के तुष्टीकरण वाला है।
मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भी उदित राज को अरेस्ट करने की मांग की है। इसके अलावा सतीश चंद्र मिश्रा ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने इस पर कुछ नहीं कहा है। इससे उनकी मानसिकता भी उजागर होती है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार को FIR करनी चाहिए और आरोपी पूर्व सांसद उदित राज को अरेस्ट किया जाए।
मायावती ने अमेरिका द्वारा 104 नागरिकों को बाहर किए जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इस घटना को अति-दुखद और देश के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाला बताया। मायावती ने कहा कि कैदियों से भी बदतर हालात में वापस लौटाए गए भारतीयों के संबंध केंद्र सरकार का बयान लीपापोती करने वाला है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती के दूसरे भतीजे ईशान आनंद की बुधवार को बुआ के जन्मदिन समारोह में और गुरुवार को बीएसपी की बैठक में नजर आने से अटकलें तेज हो गई हैं। बड़े भतीजे आकाश आनंद बसपा के नेशनल कोर्डिनेटर हैं।
मायावती ने दिल्ली में नौकरी कर रहे उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को कोरोना काल याद दिलाया है। मायावती ने अपील करते हुए बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान करते समय वे याद रखें कि कोरोना काल में उनके साथ किस तरह सौतेला व्यवहार किया गया था।
कल्याण सिंह ने बसपा के बागियों और अन्य दलों के सहयोग से सरकार बना ली। लेकिन यहीं से अटल और कल्याण के रिश्ते भी खराब हुए। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि कल्याण सिंह को लगा था कि शायद अटल बिहारी वाजपेयी मायावती को ही सीएम बनाए रखने के पक्ष में हैं। ऐसा इसलिए ताकि मायावती का समर्थन दिल्ली में मिलता रहे।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि विकास दर के चार वर्षों में सबसे कम 6.4 प्रतिशत रह जाने की खबर से अगर कोई वास्तव में दुखी है तो वह देश के गरीब और मेहनतकश समाज के लोग हैं जो अपनी बदहाल जिन्दगी जीने के बावजूद देश के बारे में कुछ भी अहित सुनने को तैयार नहीं।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने दिल्ली चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग और सांप्रदायिक और घिनौने प्रचार की आशंका जताई है।
कांग्रेस आरोप लगा रही है कि सरकार ने उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर करने की मांग की गई थी, जहां उनकी उनका स्मारक बनाया जा सके। मायावती ने कहा है कि इस मामले में सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार की इच्छा का ख्याल रखना चाहिए।
आंबेडकर को लेकर कांग्रेस के लगातार हो रहे प्रदर्शन को अब मायावती ने दलित वोटों के लिए छलावा बताया है। मायावती ने इसी बहाने चुनावी बांड का भी मुद्दा उठाया और विरोधी पार्टियों को धन्नासेठों से पैसे लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया।