विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि मतदान के दौरान EVM में छेड़छाड़ की गई है और VVPAT की पर्चियों से वोटों का मिलान नहीं हो रहा है।
भाजपा के राहुल नार्वेकर निर्विरोध महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। वह राज्य की कोलाबा सीट से विधायक हैं और पार्टी ने उन्हें दूसरी बार यह जिम्मेदारी सौंपी है।
होम मिनिस्ट्री की डिमांड कर रहे एकनाथ शिंदे की उन्होंने इशारों में ही चिंता भी बढ़ा दी। शपथ लेने के बाद दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय तो हमेशा ही हमारे पास रहा है। इस तरह देवेंद्र फडणवीस ने यह संकेत भी एकनाथ शिंदे को दे दिया कि भाजपा होम मिनिस्ट्री पर अपना दावा नहीं छोड़ेगी।
एकनाथ शिंदे आखिरी वक्त में डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करने और शपथ के लिए तैयार हो गए हैं। लेकिन अब भी उन्होंने दबाव बनाने की रणनीति नहीं छोड़ी है। खबर है कि शपथ समारोह के तुरंत बाद वह होम मिनिस्टर शाह से मुलाकात करेंगे। इस मीटिंग में एकनाथ शिंदे मांग कर सकते हैं कि उन्हें ही होम मिनिस्ट्री दी जाए।
उदय सामंत ने कहा कि मैंने और अन्य सभी नेताओं ने एकनाथ शिंदे से कहा कि यदि आप डिप्टी सीएम नहीं बने तो फिर हम सब भी सरकार में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि शिवसैनिकों की जरूरत है कि एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम बनें। वहीं उन्होंने साफ कर दिया कि अब तक एकनाथ शिंदे का शपथ लेना तय नहीं है।
चंद्रकांत पाटिल और मुनगंटीवार ने उन्हें 'देवेंद्र सरिता गंगाधरराव फडणवीस' के नाम से संबोधित किया। उनकी मां का नाम सरिता है, जो पहली बार उनके संबोधन में लिखित या फिर मौखिक तौर पर इस्तेमाल किया गया है। माना जा रहा है कि उन्होंने महिलाओं के सम्मान और उनके सशक्तीकरण को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया है।
पत्रकारों ने एकनाथ शिंदे से पूछा कि क्या आप और अजित पवार डिप्टी सीएम भी बनने वाले हैं? इस पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि आपको इतनी जल्दी क्यों है। आज शाम तक पता चल ही जाएगा, शपथ समारोह तो कल शाम को होना है। उनका इतना कहना था कि पवार ने बीच में कहा कि मैं तो शपथ ले ही रहा हूं, एकनाथ शिंदे जी को तय करना है।
देवेंद्र फडणवीस के भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद तस्वीर साफ हो गई है। वह महाराष्ट्र के सीएम पद की गुरुवार शाम को शपथ लेने वाले हैं। इससे पहले वह एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ राजभवन पहुंचे हैं। इसके बाद तीनों नेताओं ने एक साथ ही राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया।
भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने मंच से कहा कि हमारे पास 137 विधायकों का समर्थन है। हम उन सभी की तरफ से नेता चुनने के लिए देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखते हैं। भाजपा को विधानसभा चुनाव में 132 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन मीटिंग में 137 विधायकों के समर्थन की बात कही गई।
भाजपा के मामलों की समझ रखने वाले मानते हैं कि देवेंद्र फडणवीस के इतना ताकतवर नेता होने की वजह उनकी कामकाज की शैली है और पीएम नरेंद्र मोदी का उन पर भरोसा है। माना जाता है कि पीएम नरेंद्र मोदी उन पर भरोसा रखते हैं और फडणवीस की नेतृत्व की क्षमता और मेहनत को सराहते रहे हैं।