न्यायाधीश नोर्लिजा ने कहा कि अदालत को इस मामले को लेकर कई सारी जानकारियां दी गईं। यह बताया गया कि मरीज एम पुनिता को अपने दूसरे बच्चे के जन्म और नाल को हटाने के बाद गंभीर रक्तस्राव हुआ था।
60 साल का आदमी अपने नितंबों के बल गिर गया था जिसके बाद उसके घुटनों में दर्द होने लगा। यह समस्या लेकर वह डॉक्टर के पास गया, जहां जांच के दौरान इस दुर्लभ स्थिति के बारे में जानकारी मिली।
इस सम्मेलन की शुरुआत 15 नवंबर को एम्स भुवनेश्वर के मुख्य सभागार में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और चिकित्सा दिग्गजों ने भाग लिया।
नालंदा जिले के नूरसराय के एक गांव में झोलाछाप डॉक्टर के गलत इंजेक्शन देने से बुखार से पीड़ित एक शख्स की जान चली गई। घटना के बाद आरोपी अपने क्लीनिक पर ताला मारकर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर्स में से एक देबाशीष हलदर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चर्चा के लिए बैठें। हमारी सभी मांगों को लागू करें।'
जूनियर डॉक्टर ने कहा, ‘राज्य सरकार समय सीमा के भीतर हमारी मांगें पूरी करने में विफल रही, इसलिए हम अपनी मांगें पूरी होने तक आमरण अनशन शुरू कर रहे हैं। इसमें पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हमने उस मंच पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
जूनियर डॉक्टर ने बताया कि इस घटना में 3 जूनियर डॉक्टर, 3 नर्स और स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए थे। हादसे के बाद कनिष्ठ चिकित्सकों और नर्स ने बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर 'काम बंद करो' प्रदर्शन का आह्वान किया।
आंदोलनकारी डॉक्टर्स ने कहा, ‘हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि बैठक की वीडियोग्राफी दोनों पक्षों के अलग-अलग वीडियोग्राफर की ओर से की जाए। अगर आपकी तरफ से ऐसा करना संभव न हो, तो बैठक की पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग हमें सौंप दी जाए।'
पुलिस डिप्टी कमिश्नर अनीश सरकार ने कहा, 'यह साजिश संभवतः उस दिन रची गई, जिस दिन जूनियर चिकित्सक राज्य सचिवालय नबान्न गए थे। तकनीकी विश्लेषण के बाद ऑडियो क्लिप की पुष्टि हो गई है।'
रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय संदीप घोष की उम्र 45 साल थी। वह हॉस्पिटल में क्लिनिकल अटैचमेंट प्रोग्राम के हिस्से के रूप में हांगकांग गए थे। तब वह मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के चीफ फिजिशियन थे।