पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जिला प्रशासन ने सभी टूर ऑपरेटर को निर्देश दिए हैं कि वे शुक्रवार को और अग्रिम आदेशों तक पर्यटकों को उत्तरी सिक्किम नहीं लेकर आएं। 25 अप्रैल को इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को दिए गए सभी परमिट निरस्त कर दिए हैं।
Trump tariff war: ट्रंप के टैरिफ वॉर का असर दिखना शुरू हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के एयरलाइंस से पिछले हफ्ते शंघाई पहुंचा बोइंग जेट को वापस अमेरिका भेज दिया है। इस जेट को चीनी एयरलाइंस द्वारा उपयोग करने के लिए बनाया गया था।
ड्रैगन का कहना है कि यदि चीन के साथ दुनिया के तमाम देशों ने कारोबार बंद किया तो वैश्विक मंदी के हालात पैदा होंगे। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि अमेरिका ने हमारे ऊपर ऊंचा टैरिफ लगाया है, जबकि दूसरे देशों को रियायत दी है। उसकी कोशिश यह है कि ऐसा करने से दुनिया भर से उसका टकराव नहीं होगा।
Russia Ukraine War Updates: यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूसी सेना की मदद करने के लिए तीन चीनी कंपनियों पर पाबंदी लगा दी है। जेलेंस्की ने कहा कि यह कंपनियां रूसी सेना के लिए मिसाइल बनाने का काम कर रही हैं।
Donald trump news: कोविड-19 को लेकर अमेरिकी ट्रंप प्रशासन ने नई थ्योरी सामने रखी है। इसमें पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके मुख्य चिकित्सा सलाहकार पर कोरोना की उत्पत्ति को छिपाने और वर्षों तक लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाया गया है।
Trump tariffs: अमेरिका की तरफ से लगाए गए 245 प्रतिशत टैरिफ के ऊपर चीन ने तंज कसा है। चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि अमेरिका की तरफ से लगाए गए यह टैरिफ तर्क संगत नहीं है। यह केवल आंकड़ों का खेल हैं, इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।
Us China: अमेरिका और चीन में जारी टैरिफ वॉर के बीच चीनी अधिकारी ने व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरोलीन लैविट की ड्रेस को चीनी फैक्ट्री में बने होने का दावा किया है। उनका कहना है कि यह ड्रेस चीन की एक फैक्ट्री में बनाई गई है।
शी जिनपिंग का स्वागत वियतनाम के राष्ट्रपति लुओंग कुओंग ने एयरपोर्ट पर पहुंचकर किया। ऐसे आमतौर पर कम ही देखने को मिलता है। वहां ड्रम आर्ट ग्रुप के छात्रों ने परफॉर्म किया और महिलाओं ने चीन व कम्युनिस्ट पार्टी के लाल-पीले झंडे लहराए।
अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग ने कहा, ‘स्मार्टफोन, लैपटॉप, सेमीकंडक्टर और फ्लैट-पैनल मॉनिटर बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मशीनों जैसी वस्तुओं को भी छूट दी जाएगी।’
चीन में जल्द ही दुनिया के सबसे ऊंचे पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा। यह पुल कई मायनों में खास है और इसे एक इंजीनियरिंग मार्वल कहा जा रहा है। जानिए इसकी खासियतें-