तपती धरती पर पड़ने वाली हैं राहत की बूंदें,तीन दिन बाद राजस्थान में मौसम लेगा पलटी,अपडेट
मौसम विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि अगले तीन दिन तक कोई रहम नहीं मिलने वाला। गर्म लू के थपेड़े और धधकती धूप लोगों की हालत और पतली करने वाली है। दोपहर के वक्त बाहर निकलना सीधे-सीधे सेहत से खिलवाड़ करने जैसा होगा।

राजस्थान इन दिनों जैसे अंगारों पर चल रहा है। सूरज ने पूरे प्रदेश को तंदूर बना दिया है। जयपुर से लेकर जैसलमेर तक हर कोई गर्मी से बेहाल है। दिन के समय सड़कें वीरान हैं और लोग घरों में कैद हो गए हैं। पारा 45 डिग्री के पार जाकर जैसे चुनौती दे रहा हो –"हिम्मत है तो बाहर आओ!"
मौसम विभाग ने साफ चेतावनी दी है कि अगले तीन दिन तक कोई रहम नहीं मिलने वाला। गर्म लू के थपेड़े और धधकती धूप लोगों की हालत और पतली करने वाली है। दोपहर के वक्त बाहर निकलना सीधे-सीधे सेहत से खिलवाड़ करने जैसा होगा। डॉक्टरों की सलाह है – खूब पानी पिएं, हल्के कपड़े पहनें और धूप से बचें, वरना लू लगने का खतरा सिर पर मंडरा रहा है।
लेकिन ठहरिए... इस तपती परीक्षा के बाद मौसम कुछ मीठी राहत भी देने वाला है। तीन दिन बाद राजस्थान में आंधियों और बारिश की धमाकेदार एंट्री हो सकती है। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से बीकानेर,जयपुर,अलवर,सीकर और झुंझुनूं समेत कई जिलों में तेज आंधी,धूलभरी हवाएं और फिर बारिश के फुहारें गिरने के पूरे आसार हैं।
आंधियों के साथ धूल के गुबार उठेंगे और फिर जब बादल गरजेंगे और बूंदें बरसेंगी,तो धरती की तपन को जैसे अचानक ब्रेक लग जाएगा। तापमान में गिरावट आएगी और उमस भरी गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, आंधी के दौरान पेड़ गिरने, बिजली गिरने जैसी घटनाओं की भी चेतावनी दी गई है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी होगा। तो तैयार रहिए — पहले तीन दिन की आग की बरसात के लिए, फिर ठंडी फुहारों की सौगात के लिए! फिलहाल के लिए तो छाते से लेकर सनग्लासेस और नींबू पानी तक सब चीजों का इंतजाम लोगों ने अपनी सुविधानुसार कर रखा है।