2 साल के बाद मिला साथ रहने का मौका और अब...; पाकिस्तानी दुल्हनों ने कहा- जुदा होने से मरना बेहतर
करीब दो साल के इंतजार के बाद पाकिस्तान से आई दो दुल्हनें अपने पतियों से मिलने की खुशियां मना रही थीं। लेकिन, पहलगाम हमले के बाद पति के साथ रहने की उनकी उम्मीदें टूट गईं। भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा रद्द कर उन्हें वापस लौटने का निर्देश दिया है।

करीब दो साल के इंतजार के बाद पाकिस्तान से आई दो दुल्हनें अपने पतियों से मिलने की खुशियां मना रही थीं। लेकिन, पहलगाम हमले के बाद पति के साथ रहने की उनकी उम्मीदें टूट गईं। भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वीजा रद्द कर उन्हें वापस लौटने का निर्देश दिया है।
राजस्थान के जैसलमेर के देवीकोट गांव के चचेरे भाई सालेह मोहम्मद (26) और मुश्ताक अली (27) जुलाई 2023 में अपने रिश्तेदारों से मिलने सिंध प्रांत के घोटकी जिले गए थे। वहां उनकी मुलाकात करम खातून (21) और सचुल (22) से हुई। दोनों जोड़ों ने अगस्त 2023 में घोटकी में विवाह किया, लेकिन दुल्हनें वीजा संबंधी जटिलताओं के कारण अपने पतियों के साथ भारत नहीं आ सकीं। वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद दूल्हे सितंबर 2023 में भारत लौट आए।
डेढ़ साल की कोशिश के बाद भारत सरकार ने दुल्हनों को वीजा दे दिया। आखिरकार 13 अप्रैल को दोनों दुल्हनें अपने पतियों से मिलने भारत आईं। अभी उनका परिवार रीति-रिवाजों के साथ पुनर्मिलन का जश्न मनाने में व्यस्त थे, तभी पहलगाम में आतंकी हमला हो गया। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए वीजा रद्द कर दिए।
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को वीजा निरस्तीकरण पर दूसरा आदेश भी जारी किया। इसमें कहा गया कि पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए 16 श्रेणियों के वीजा में से केवल दो- दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) और राजनयिक और आधिकारिक वीजा ही वैध रहेंगे। बाकी सभी वीजा 27 अप्रैल से निरस्त कर दिए जाएंगे। मेडिकल वीजा पर भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को दो दिन और दिए जाएंगे। उन्हें 29 अप्रैल तक वापस लौटना होगा।
दुल्हनों में से एक के ससुर हाजी अब्दुल्ला ने कहा कि अब हम उन्हें कैसे विदा कर सकते हैं? अगर वे चले गए तो दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो जाएंगे और हमारे परिवार बर्बाद हो जाएंगे। हम भारत सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह हमें शांतिपूर्वक साथ रहने की अनुमति दे।
अब्दुल्ला ने बताया कि दोनों दुल्हनों के आने के तुरंत बाद ही परिवारों ने उनके लिए लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) के लिए आवेदन कर दिया था। हालांकि, सरकार के नए निर्देश के बाद स्थानीय पुलिस अधिकारी दुल्हनों को वापस पाकिस्तान भेजने के लिए परिवारों पर दबाव बना रहे हैं।
एक दुल्हन ने कहा, "हमने साथ रहने के लिए दो साल तक इंतजार किया। अब कुछ ही दिनों के बाद हमें वापस जाने के लिए कहा जा रहा है। हम कहां जाएंगे? पाकिस्तान में हमारे लिए कौन है? हम अपने पतियों को छोड़ने के बजाय मरना पसंद करेंगे।"