किरोड़ी लाल मीणा ने मानी गलती, CM को नहीं है जवाब देने की जरूरत; मंत्री ने बेढ़म का गहलोत पर वार
राजस्थान सरकार के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने गुरुवार को कहा कि जब मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने खुद बता दिया है कि उनका फोन टैप नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर सदन में जवाब देने की कोई जरूरत ही नहीं है।
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राजस्थान सरकार के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने गुरुवार को कहा कि जब मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने खुद बता दिया है कि उनका फोन टैप नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर सदन में जवाब देने की कोई जरूरत ही नहीं है। विपक्षी कांग्रेस फोन टैपिंग विवाद पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से विधानसभा में जवाब देने की मांग कर रही है।
बेढ़म ने कहा, 'जब किरोड़ी लाल मीणा ने खुद कहा है कि उनका फोन टैप नहीं हुआ है तो ऐसे में सदन में जवाब देने की क्या जरूरत है? मैंने गृह राज्यमंत्री के रूप में कहा है कि हमारी सरकार किसी विधायक या मंत्री का फोन टैप नहीं कराती है।' उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग कांग्रेस की संस्कृति है। मंत्री ने कहा कि विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री शर्मा ने जोरदार जवाब दिया, जिससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ‘तिलमिला’ गए हैं।
बेढम ने गहलोत के बयान को आधारहीन बताया। उन्होंने कहा कि गहलोत ने तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के खिलाफ 'निम्नस्तरीय बयान' दिए थे। मंत्री ने कहा, 'उन्होंने उनके फोन टैप करवाए। उनके विधायक ने खुलेआम कहा था कि वे नेताओं के फोन टैप करवा रहे हैं।' बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर गुरुवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अनुमति के बिना अगर मीणा का फोन टैप किया गया है तो राज्य सरकार ने अपराध किया है।
हाल ही में एक पब्लिक बैठक में मीणा ने आरोप लगाया कि उनके फोन टैप किए जा रहे हैं। सोमवार को, राज्य भाजपा इकाई ने मीणा को उनके आरोपों को लेकर कारण बताओ नोटिस भेजा, जिसमें कहा गया कि उनकी टिप्पणियों ने सरकार की प्रतिष्ठा को 'धूमिल' किया है। बुधवार को मीणा ने कहा कि उन्होंने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया है। हालांकि उन्होंने अपने जवाब के कंटेट का खुलासा नहीं किया है, लेकिन कारण बताओ नोटिस में लिखी 'गलती' को स्वीकार कर लिया है।