राजस्थान के बुजुर्ग AC ट्रेन से जाएंगे तीर्थ ,बुजुर्गों को VIP तीर्थ यात्रा का तोहफा
राजस्थान सरकार ने प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी सौगात दी है। सरकार इस वर्ष 50,000 बुजुर्गों को देश के विभिन्न पवित्र स्थलों की तीर्थ यात्रा पर भेजेगी, वो भी वातानुकूलित (एसी) ट्रेनों में।

राजस्थान सरकार ने प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी सौगात दी है। सरकार इस वर्ष 50,000 बुजुर्गों को देश के विभिन्न पवित्र स्थलों की तीर्थ यात्रा पर भेजेगी, वो भी वातानुकूलित (एसी) ट्रेनों में। यही नहीं, 6,000 श्रद्धालुओं को वायु मार्ग से नेपाल स्थित प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर तक ले जाया जाएगा।
देवस्थान एवं पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष यात्रियों की संख्या पिछले साल से 20,000 अधिक रखी गई है। यह योजना न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह बुजुर्गों के सम्मान और उनकी सुविधाओं को प्राथमिकता देने का उदाहरण भी बन गई है।
राजस्थान की संस्कृति से सजी होगी यात्रा
मंत्री कुमावत ने बताया कि इस विशेष यात्रा के लिए एसी ट्रेनों को विशेष रूप से राजस्थान की कला, संस्कृति और विरासत के अनुसार सजाया गया है। ट्रेनों की कोचों में राज्य पशु ऊंट, गौ माता, ऐतिहासिक किले और सांस्कृतिक स्थलों की झलक देखने को मिलेगी। इन गाड़ियों में यात्रा करना न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से सार्थक होगा, बल्कि यह एक सांस्कृतिक सफर भी साबित होगा।
उन्होंने बताया कि आज से पहली ट्रेन रवाना की जाएगी, जिसे खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह पल न केवल राजस्थान के लिए गौरव का क्षण होगा, बल्कि हजारों बुजुर्गों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाला भी होगा।
हवाई यात्रा से नेपाल के पशुपतिनाथ तक
राज्य सरकार ने इस बार 6,000 वरिष्ठ नागरिकों को हवाई मार्ग से नेपाल स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की तीर्थ यात्रा पर भेजने का निर्णय लिया है। यह कदम यह दर्शाता है कि सरकार केवल संख्या नहीं बढ़ा रही, बल्कि गुणवत्ता और अनुभव में भी सुधार कर रही है।
पर्यटन और संस्कृति दोनों को मिलेगा बढ़ावा
इस योजना के माध्यम से न केवल बुजुर्गों को एक अद्भुत तीर्थ अनुभव मिलेगा, बल्कि इससे राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को भी देशभर में प्रचारित किया जाएगा। ट्रेनें जहाँ-जहाँ जाएंगी, वहां राजस्थान की संस्कृति की छाप भी छोड़ेंगी।
मुख्यमंत्री की दूसरी बड़ी पहल – 'वंदे गंगा' अभियान
राज्य सरकार ने हाल ही में 'वंदे गंगा' जल संरक्षण अभियान भी शुरू किया है। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस और गंगा दशहरा के मौके पर शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य जल संकट की समस्या से निपटना है। यह अभियान 20 जून तक चलेगा और इसमें राज्य के 41 जिलों में मंत्रियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है।
यह अभियान बताता है कि राजस्थान सरकार आस्था, पर्यावरण और संस्कृति—तीनों को साथ लेकर चल रही है।
राजस्थान सरकार की यह योजना सिर्फ एक तीर्थ यात्रा नहीं, बल्कि एक सम्मान यात्रा है—जहां बुजुर्गों की आस्था को शीतल एसी डिब्बों में बैठाकर, राजस्थान की संस्कृति से सराबोर कर, पूरे देश में घुमाया जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में यह पहल आने वाले वर्षों में सामाजिक कल्याण और सांस्कृतिक गौरव का नया अध्याय लिखेगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।