राजस्थान के बोरवेल में गिरे बच्चे की मौत, रेस्क्यू टीम ने सोमवार को निकाला बाहर; कल खेलते समय गिरा था मासूम
राजस्थान के झालावाड़ जिले में रविवार को पांच साल का एक बच्चा 32 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया। सोमवार सुबह रेस्क्यू टीम ने बच्चे को निकाला जिसे डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। बच्चे को बचाने के लिए प्रशासन ने कल से ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था।
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राजस्थान के झालावाड़ जिले में 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 5 साल के बच्चे प्रह्लाद की मौत हो गई है। रेस्क्यू टीम ने 13 घंटे बाद उसका शव बोरवेल से बाहर निकाल लिया। रात भर चले ऑपरेशन के बाद भी प्रहलाद की जान को नहीं बचाया जा सका। प्रहलाद बोरवेल में 30 फीट नीचे फंसा हुआ था। शुरुआत में बच्चे की आवाज सुनाई दे रही थी। लेकिन पथरीला इलाका होने के कारण बचाव कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने सोमवार को सुबह करीब 4 बजे बच्चे को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चे के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। रविवार को बोरवेल में बच्चे के गिरने की सूचना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया था और पाइप के जरिए बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाई गई थी। इसके साथ ही झालावाड़ से मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम देशी जुगाड़ करके भी बच्चे को निकालने की कोशिश कर रही थी।
वहीं कोटा से भी एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी। लेकिन सारी कोशिशें के बाद भी बच्चे की मौत हो गई। डग थाना अधिकारी पवन कुमार ने बताया कि पाडला गांव निवासी कालू लाल का बेटा प्रहलाद 150 फीट गहरे बोरवेल के पास खेलते समय अचानक उसमें गिर गया था। लेकिन वह 30 फीट की गहराई में जाकर फंस गया था। सूचना मिलते ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया और बोरवेल के आसपास भी जेसीबी मशीनों की मदद से गड्ढे करवाए गए। जानकारी में सामने आया कि जिस बोरवेल को ढकने के लिए पत्थर रखा हुआ था बच्चा उसी पत्थर के साथ बोरवेल में गिर गया।
दो दिन पहले ही खोदा गया था बोरवेल
पीटीआई को बच्चे के पिता कालूलाल के अनुसार, बोरवेल दो दिन पहले ही खोदा गया था। एसडीएम ने बताया कि इससे पानी नहीं निकल रहा था और उन्होंने इसे बंद करने का फैसला किया था। उन्होंने कहा कि वे बोरवेल को भर रहे थे।