चुनाव हारते ही मुश्किल में फंसे कांग्रेस के जोगिंदर अवाना, इस घोटाले में ईडी करेगी जांच; गवाहों ने लिया नाम
कांग्रेस के पूर्व विधायक जोगिंदर अवाना की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। पहले वह राजस्थान की नदबई सीट से चुनाव हार गए। अब ईडी उनके खिलाफ घोटाले की जांच करेगी। कुछ गवाहों ने उनका नाम लिया है।

राजस्थान की नदबई विधानसभा सीट से चुनाव हारे नोएडा के जोगिंदर अवाना की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। बाइक बोट घोटाले में उनका नाम कुछ गवाहों द्वारा लिए जाने के बाद ईडी ने उनके खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है। यह जांच अब ईडी की दिल्ली स्थित मुख्यालय की टीम द्वारा की जाएगी। नोएडा के झुंडपुरा गांव निवासी जोगिंदर अवाना राजस्थान की नदबई सीट से वर्ष 2018 में बसपा के सिंबल पर चुनाव जीते थे। उन्होंने बाद में बसपा का साथ छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी और इस बार वह इस सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी थे।
चुनाव में भाजपा के जगत सिंह ने उन्हें शिकस्त दी। चुनाव हारने के बाद पूर्व विधायक जोगिंदरअवाना की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े घोटालों में से एक बाइक बोट घोटाले के मामले में जोगिंदर अवाना का नाम सुर्खियों में है। ईडी की लखनऊ टीम ने मामले की जांच में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था और कुछ के बयान दर्ज किए थे। उन्होंने अपने बयानों में जोगिंदर अवाना का नाम भी लिया है। इसके बाद अब जोगिंदर अवाना की भूमिका को लेकर भी ईडी की टीम मामले की जांच करेगी।
वर्तमान में ईडी द्वारा इस पूरे मामले की जांच लखनऊ ऑफिस से दिल्ली स्थित मुख्यालय में ट्रांसफर कर दी गई है और मुख्यालय की टीम ही मामले में जांच कर रही है। इस मामले में 12 जनवरी 2019 को पहला मुकदमा दादरी थाने में दर्ज हुआ था। बाइक बोट कंपनी का मालिक संजय भाटी जून 2019 में गिरफ्तार हुआ। ईडी ने 216 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की थी।
आर्थिक अपराध शाखा मेरठ (ईओडब्ल्यूए) ने 119 मुकदमों में 30 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इस मामले में पांच-पांच लाख के दो इनामी दीप्ती बहल और भूदेव अब भी फरार हैं। एजेंसियां उनकी तलाश कर रही हैं। एनसीएलटी के आदेश से 16 फरवरी 2022 को कंपनी को दिवालिया घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसे बाद में स्टे कर दिया गया।
मेरा घोटाले से लेना-देना नहीं जोगिंदर अवाना
पूर्व विधायक जोगिंदर अवाना ने कहा कि बाइक बोट घोटाले से उनका कोई मतलब नहीं है। वह इस कंपनी से जुड़े किसी व्यक्ति को नहीं जानते और न ही उनसे कभी कोई रिश्ता रहा है। उन्हें साजिश के तहत इस मामले में बदनाम किया जा रहा है। इस मामले में मेरे खिलाफ कोई जांच चल रही है, इसके संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मुझसे न ही किसी ने संपर्क किया।
दादरी थाने में पहले भी मामला दर्ज हो चुका
पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना के खिलाफ बाइक बोट घोटाले में नवंबर 2020 में दादरी थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है। मुजफ्फरनगर निवासी विकास बालियान समेत अन्य पीड़ितों ने इस मामले में न्यायालय में आवेदन किया था। इसके बाद विधायक समेत 58 लोगों के खिलाफ बाइक बोट घोटाले में न्यायालय के आदेश से मुकदमा दर्ज हुआ था।