प्रख्यात इतिहासकार एमजीएस नारायणन का निधन
नंबर गेम 14 वर्षों तक कालीकट विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के प्रमुख रहे 02 वर्षों

तिरुवनंतपुरम/कोझिकोड, एजेंसी। प्रख्यात इतिहासकार, शिक्षाविद और भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) के पूर्व अध्यक्ष एमजीएस नारायणन (93) का शनिवार को कोझिकोड के पास मालापरम्बा में स्थित आवास पर निधन हो गया।
भारत के प्रतिष्ठित इतिहासकारों में से एक नारायणन 1976 से 1990 तक कालीकट विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के प्रमुख और 2001 से 2003 तक आईसीएचआर के अध्यक्ष रहे।
केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि प्रसिद्ध इतिहासकार, लेखक व स्तंभकार ने इतिहास लेखन के क्षेत्र में गहरी छाप छोड़ी। आईसीएचआर के अध्यक्ष रहते हुए उनके सराहनीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने नारायणन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह ऐसे समय में एक बड़ी क्षति है जब संकीर्ण हितों के लिए इतिहास की गलत व्याख्या और इसके पुनर्लेखन के लिए संगठित प्रयास किए जा रहे हैं। एमजीएस ने दस्तावेजों का व्यापक विश्लेषण करके और उनकी वैज्ञानिक रूप से व्याख्या करके पारंपरिक इतिहास लेखन से अलग रास्ता अपनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय पर उन्होंने वामपंथियों से गहरी असहमति जताई थी, लेकिन बाद में उन्होंने इतिहास लेखन को संकीर्ण हितों के अधीन करने के दक्षिणपंथी दबाव की कड़ी आलोचना की।
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