भारत-कतर के बीच संबंध ऐतिहासिक और संभावनाओं से भरे: गोयल
भारत और कतर ने आपसी सहयोग और व्यापार को बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध ऐतिहासिक हैं। तकनीक और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे...

- केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कतर की कंपनियों के पास भारत की विकास यात्रा का हिस्सा बनने का मौका नई दिल्ली। विशेष संवाददाता
भारत और कतर ने आपसी सहयोग और व्यापार को बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए है। मंगलवार को भारत-कतर व्यापार मंच के उद्घाटन सत्र में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध ऐतिहासिक और संभावनाओं से भरे हुए हैं। आज दोनों देश पारंपरिक क्षेत्र से हटकर व्यापार को बढ़ाने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बीते 15-20 वर्षों से कतर के साथ साधारणता तेल, गैस और ऊर्जा से जुड़े क्षेत्रों में दोनों देश के बीच कारोबारी रिश्ते थे लेकिन आज हम तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी, सेमीकंडक्टर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे उभरते हुए क्षेत्रों में मिलकर काम करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। आज कतर की कंपनियों के पास निवेश, विनिर्माण नवीकरणीय ऊर्जा, स्मार्ट शहरों के विस्तार और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों की विकास यात्रा का हिस्सा बनने क मौका है। कतर विजन-2030 और भारत विकसित भारत- 2047 के लक्ष्य पर काम कर रहा है। आने वाला समय दोनों देशों के लोगों के लिए अधिक बड़ा और उज्जवल भविष्य निर्धारित करेगा। दोनों ही देशों के बीच व्यापार के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। भारत जीवंत अर्थव्यवस्था और युवा आबादी के साथ समृद्ध जनसंख्या वाला देश है, जो भविष्य के लिहाज से एक सकारात्मक संकेत है।
---------
बड़े बदलाव से गुजर रही दुनिया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज दुनिया के सामने भू-राजनीतिक तनाव, जलवायु परिवर्तन और साइबर सुरक्षा से जुड़ा खतरा बढ़ा है। पूरी दुनिया एक बड़े बदलाव से गुजर रही है। भारत और कतर एक दूसरे के पूरक हैं और समृद्धि के साथ बेहतर भवष्यि के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। हम साथ मिलकर व्यापार और निवेश के मामले में बदलाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने कतर के व्यवसायी संघ (क्यूबीए) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के बीच हस्ताक्षरित दो समझौता ज्ञापनों का जिक्र करते हुए कहा कि आज दोनों देश नए-नए क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं।
--------
दोनों देशों के बीच व्यापार
- वित्त वर्ष 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 14.08 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रहा।
- भारत कतर से एलएनजी, एलपीजी, रसायन और पेट्रोकेमिकल, प्लास्टिक और एल्यूमीनियम आदि का करता है आयात।
- भारत कतर को अनाज, तांबा, लोहा और इस्पात, सब्जियां, फल, मसाले और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद, बिजली और अन्य मशीनरी, प्लास्टिक उत्पाद, निर्माण सामग्री व अन्य सामान करता है निर्यात ।
- वर्तमान में कतरा का एफडीआई (निवेश) 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है, जो दूरसंचार, खुदरा, शिक्षा, स्वास्थ्य, आईटी, समेत अन्य क्षेत्रों में किया गया।
- भारत को एलएनजी और एलपीजी का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। वित्त वर्ष 2023-24 में 10.91 एमएमटी एलएनजी और 4.92 एमएमटी एलपीजी आयात किया है।
- 830,000 से अधिक भारतीय कतर में रहते हैं जो कतर का सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।
- वर्तमान में कतर के अंदर 19 भारतीय स्कूल और एक भारतीय विश्वविद्यालय शैक्षिक सेवाएं प्रदान कर रहे है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।