सर्च एकाधिकार मामले में गूगल का सामना अमेरिकी सरकार से होगा
अमेरिकी सरकार गूगल को अवैध सर्च एकाधिकार मामले में सजा देने के लिए कंपनी को तोड़ने की कोशिश कर रही है। वाशिंगटन कोर्ट में सुनवाई के दौरान गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी गवाह के रूप में पेश होंगे। न्याय...

वाशिंगटन, एजेंसी। अवैध सर्च एकाधिकार मामले में अगला तीन सप्ताह गूगल के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अमेरिकी सरकार गूगल को सजा देने के तौर पर कंपनी को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
वाशिंगटन कोर्टरूम में सुनवाई के दौरान तय किया जाएगा कि सर्च में अवैध एकाधिकार चलाने के लिए कंपनी को किस तरह से दंडित किया जाना चाहिए। कानूनी भाषा में ‘उपचार सुनवाई के रूप में जानी जाने वाली कार्यवाही में गवाहों की परेड होती है। इसमें गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी शामिल हैं।
अमेरिकी न्याय विभाग संघीय न्यायाधीश से एक आमूलचूल बदलाव का आदेश देने के लिए कह रहा है, जिससे कि गूगल को एप्पल और अन्य तकनीकी कंपनियों के साथ अरबों डॉलर के सौदे करने से रोका जा सके।
न्याय विभाग द्वारा एक मामला साढ़े चार साल पहले दायर किया गया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि गूगल का सर्च इंजन एक दशक से अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहा है। सर्च केस में अपनी जीत का फायदा उठाते हुए न्याय विभाग अब यह साबित करने की कोशिश कर रहा है कि गूगल और उसके कॉर्पोरेट पैरेंट, अल्फाबेट इंक पर लगाम लगाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। न्याय विभाग ने कहा कि गूगल का अवैध आचरण बाजार में तबाही मचाता है और उसमें गूगल हमेशा जीतता है। अमेरिकी लोगों पर इसका प्रभाव पड़ता है और वे गूगल के एकाधिकार को मानने के लिए बाध्य होते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट की लड़ाई का समापन एक संघीय न्यायाधीश द्वारा कंपनी को अवैध एकाधिकार घोषित करने और आंशिक विभाजन का आदेश देने के साथ हुआ।
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