जींस रंगाई-धुलाई करने वाले 17 उद्यमों पर दस लाख तक जुर्माना
यमुना नदी में प्रदूषण के लिए इस तरह से पहुंचने वाले रसायनों युक्त पानी को जिम्मेदार माना जा रहा

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। राजधानी दिल्ली में गैर अधिकृत क्षेत्रों में चोरी छिपे जींस की रंगाई और धुलाई में लगे 17 उद्यमों पर सख्त कार्रवाई की गई है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने पर्यावरण क्षति पर इन पर दस लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया है। दिल्ली में कई स्थानों पर गैर-अधिकृत क्षेत्रों में अवैध तौर पर जींस की रंगाई और धुलाई का काम किया जाता है। रंगाई और धुलाई से निकलने वाले रसायनयुक्त गंदे पानी को आमतौर पर नालियों में ही गिरा दिया जाता है। नालों से मिलकर यह पानी धीरे-धीरे यमुना में पहुंच जाता है। यमुना नदी में प्रदूषण के लिए इस तरह से पहुंचने वाले रसायनों को भी जिम्मेदार माना जाता है। इसलिए गैर-अधिकृत क्षेत्रों में चलने वाले ऐसे उद्यमों पर अक्सर ही छापेमारी की कार्रवाई जाती है।
डीपीसीसी के मुताबिक, दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे इस तरह के अवैध उद्यमों पर छापेमारी की गई थी। इस दौरान यहां पर चलने वाली प्रदूषणकारी गतिविधि का खुलासा हुआ था। इस पर इन्हें नोटिस जारी किया गया था, लेकिन नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अब इन पर दस लाख रुपये तक का पर्यावरण क्षति का जुर्माना लगाया गया है।
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