अच्छी खबर : 900 एकड़ से अधिक क्षेत्र में डीडीए विकसित करेगा मयूर प्रकृति पार्क
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) यमुना डूब क्षेत्र के संरक्षण के लिए 10 परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इनमें मयूर प्रकृति पार्क प्रमुख है, जो 371 हेक्टेयर में विकसित होगा। यह पार्क 2026 तक पूरा होगा और...

नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। यमुना डूब क्षेत्र के संरक्षण को लेकर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) 10 परियोजनाओं पर काम कर रहा है। इसमें से 371 हेक्टेयर (लगभग 916.7 एकड़) क्षेत्र में डीडीए मयूर प्रकृति पार्क (म्यूर नेचर पार्क) को विकसित करेगा। यह डीडीए की यमुना डूब क्षेत्र को लेकर सबसे बड़ी परियोजना है। यह पार्क मयूर विहार के सामने यमुना के पूर्वी तट पर स्थित है। यह पार्क नदी के 22 किलोमीटर के डूब क्षेत्र में तैयार किया जा रहा है। डीडीए प्रशासन ने इस पर काम शुरू कर दिया है। इससे पहले यमुना डूब क्षेत्र में यमुना वाटिका पार्क और अमृत पार्क को भी प्राधिकरण ने शुरू किया है। जुलाई 2023 में यमुना में आई बाढ़ के कारण ऐसी परियोजनाएं के कार्य प्रभावित हुए थे। मयूर प्रकृति पार्क को बीते वर्ष जुलाई में शुरू किया जाना प्रस्तावित था। लेकिन बाढ़ के कारण यमुना डूब क्षेत्र के संरक्षण के प्रोजेक्ट पर काफी असर पड़ा। अब नए सिरे से डीडीए ने इन परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।
डीडीए के अधिकारियों के अनुसार मयूर प्रकृति पार्क परियोजना पर 136.8 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस पर काम शुरू हो गया है। अक्तूबर 2026 तक इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। इस प्रोजेक्ट के जरिए मयूर प्रकृति पार्क को बारापुला फेज-3 फ्लाईओवर निर्माण और दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन से जोड़ा जाएगा। मेट्रो के जुड़ने से बड़ी संख्या में पार्क में पर्यटक पहुंचेंगे।
ये सुविधाएं नए पार्क में मिलेंगी
- अधिकारियों ने बताया कि पार्क की योजना आठ-नौ विशिष्ट क्षेत्रों में बनाई गई है। जिनमें से प्रत्येक को बच्चों, किशोरों, वयस्कों, बुजुर्ग पर्यटकों, परिवारों और प्रकृति प्रेमियों के साथ विभिन्न आयु समूहों के लिए विशिष्ट सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है।
- बहुउद्देशीय खुले क्षेत्र, मूर्तिकला कोर्ट, जलाशय, साइकिल चलाने की सुविधाएं विशेष रूप से तैयार किए गए योग और ध्यान क्षेत्र, गतिविधि लॉन, बाहरी व्यायाम क्षेत्र और एक अवलोकन मंच शामिल होंगे।
- बच्चों, युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों के लिए, परिवार और प्रकृति को पसंद करने वाले लोगों के लिए विभिन्न गतिविधियों का पार्क में आयोजन होगा। पार्क में पर्यावरण से जुड़े और अन्य कई समारोह के भी आयोजन किए जाएंगे।
- विभिन्न तरह की प्रतिमा व कलाकृतियों की भी स्थापना पार्क में की जाएंगी। इसके अतिरिक्त जलाशय भी विकसित होंगे।
- लोगों के लिए पार्क के परिसर में घूमने के लिए साइकिल के स्टेशन भी बनाए जाएंगे। इन स्टेशनों से पार्क में आने वाले पर्यटक साइकल का उपयोग कर सकेंगे।
- पार्क में आवास पथ क्षेत्र विकसित होगा। जिसमें पार्क में मौजूद सभी तरह की गतिविधियों, पेड़-पौधों और पक्षियों की प्रजातियों की सूचना प्रदान होगी।
- हाट जोन में भी बनाया जाएगा। जिसमें नागरिकों को बेहतरीन बगीचे में सैर करने का अवसर मिलेगा। साथ ही नर्सरी भी बनेगी, इसमें जैविक खाद हाट भी स्थापित होगी।
- शिल्प हाट भी पार्क में बनेगी। जिसमें कई शिल्पकारों को अपने कलाकृतियों व वस्तुओं को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। लोग भी इन्हें खरीद सकेंगे।
- पक्षियों को देखने के लिए भी पथ क्षेत्र बनेगा। इसके अतिरिक्त पिकनिक बनाने के लिए भी पार्क में स्थानों को विकसित किया जाएगा।
- बागवानी की कार्यशाला भी पार्क में शुरू होगी।
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