चंडीगढ़ में स्कूलों के पास बिक रही ‘ड्रग कैंडी : बाल आयोग
चंडीगढ़ में स्कूली बच्चों को बेची जा रही ‘स्ट्रॉबेरी क्विक नाम की कैंडी चंडीगढ़ में स्कूलों के पास बिक रही ‘ड्रग कैंडी : बाल आयोग
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चंडीगढ़ में स्कूली बच्चों को बेची जा रही ‘स्ट्रॉबेरी क्विक नाम की कैंडी बाल अधिकार आयोग ने कैंडी रूपी ‘ड्रग बेचने वालों पर कार्रवाई को कहा
चंडीगढ़, एजेंसी। चंडीगढ़ में स्कूली बच्चों को ‘स्ट्रॉबेरी क्विक नाम की कैंडी बेची जा रही है। चंडीगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कहा है कि यह कैंडी के रूप में ड्रग बेचा रहा है। इसे बेचने वालों के खिलाफ तत्कार कार्रवाई होनी चाहिए।
चंडीगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग (सीसीपीसीआर) ने यूटी प्रशासन के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर ड्रग कैंडी के बारे में ध्यान आकर्षित किया है। सीसीपीसीआर की अध्यक्ष शिप्रा बंसल ने 10 फरवरी को लिखे पत्र में लिखा है कि चंडीगढ़ में स्कूली बच्चों को ‘स्ट्रॉबेरी क्विक नामक से यह कैंडी बेची जा रही है। एहतियात के तौर पर इस खतरनाक पदार्थ के वितरण को रोकने के लिए तत्काल और कठोर कार्रवाई करना अनिवार्य है।
बंसल ने कहा, चॉकलेट, पीनट बटर, कोला, चेरी, अंगूर और संतरे जैसे विभिन्न स्वादों में कैंडी युवा छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है। इस दवा को स्कूल परिसर के पास बेचा और खरीदा जा रहा है, जिससे बच्चे नशे की लत और हानिकारक परिणामों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हो रहे हैं।
आयोग ने कहा, इसे रोकने के लिए नशीली दवाओं के लेन-देन की निगरानी और रोकथाम के लिए स्कूल क्षेत्रों के आसपास पुलिस गश्त बढ़ाई जानी चाहिए। साथ ही छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। ऐसी दवाओं की बिक्री और वितरण में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
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