भारतीय स्क्वैश स्टार अनाहत सिंह ने जीते दो प्लेयर ऑफ द सीजन पुरस्कार - (A)
भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी अनाहत सिंह ने स्क्वैश अवार्ड्स 2024-25 में ‘चैलेंजर वूमेंस प्लेयर ऑफ द सीजन’ और ‘यंग वूमेंस प्लेयर ऑफ द सीजन’ पुरस्कार साझा किए। 17 वर्षीय अनाहत ने 29 मैचों में अपराजित रहते हुए...

स्क्वैश अवॉर्ड्स : ‘चैलेंजर वूमेंस प्लेयर ऑफ द सीजन अवॉर्ड और मिस्र की अमीना ओरफी के साथ ‘यंग वूमेंस प्लेयर ऑफ द सीजन का पुरस्कार साझा किया भारतीय स्टार अनाहत सिंह का शानदार ‘स्मैश, दो प्लेयर ऑफ द सीजन पुरस्कार जीते 21 खिताब अब तक जूनियर से सीनियर स्तर तक अनाहत ने जीते 29 मैचों में टूर पर अपराजित रहीं भारत की 17 वर्षीय अनाहत सफर पर एक नजर -मार्च 2008 में जन्म, नई दिल्ली के ब्रिटिश स्कूल की छात्रा -पांच साल की उम्र से बैडमिंटन शुरू किया, फिर स्क्वैश अपनाया -2019 में पहला खिताब अंडर-11 का ब्रिटिश जूनियर ओपन जीता -2023 में प्रोफेशनल खिलाड़ी बन गईं -02 स्वर्ण सहित पांच पदक एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में -02 कांस्य पदक अब तक एशियाई खेलों में हासिल किए -02 कांस्य पदक अब तक एशियाई चैंपियनशिप में जीते नई दिल्ली, एजेंसी।
भारत की नंबर वन महिला खिलाड़ी अनाहत सिंह ने स्क्वैश कोर्ट पर एक और शानदार ‘स्मैश लगाया है। उन्होंने पीएसए अवॉर्ड्स 2024-25 में दोहरा पुरस्कार कब्जाने में सफलता हासिल की है। बेहतरीन प्रदर्शन : 17 वर्षीय अनाहत सिंह ने ‘चैलेंजर वूमेंस प्लेयर ऑफ द सीजन अवॉर्ड के साथ मिस्र की अमीना ओरफी के साथ ‘यंग वूमेंस प्लेयर ऑफ द सीजन का पुरस्कार भी साझा किया है। चैलेंजर सर्किट में अनाहत की निरंतरता और बेहतरीन प्रदर्शन ने उन्हें 2024-25 स्क्वैश सीजन का बेहतरीन खिलाड़ी बना दिया। वह वर्तमान में दुनिया की 56वें नंबर की खिलाड़ी हैं। अगस्त में उन्होंने सीजन की शुरुआत अपने राष्ट्रीय खिताब का सफलतापूर्वक बचाव करते हुए और एचसीएल स्क्वैश टूर कोलकाता में जीत के साथ की थी। इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें पीएसए ‘चैलेंजर प्लेयर ऑफ द मंथ का पुरस्कार जीतने में मदद मिली। जोशना को भी हराया : उन्होंने 11 प्रतियोगिताओं में कुल नौ खिताब जीते, जिनमें 3के, 9के, 12के और 15के स्पर्धा में आठ चैलेंजर-स्तर की जीत शामिल रही। अनाहत ने टूर पर 29 मैचों में अपराजित रहते हुए शानदार प्रदर्शन किया। इस वर्ष मार्च में मुंबई में आयोजित 15के-लेवेल स्पर्धा इंडियन ओपन में उन्होंने खिताब के सफर में अनुभवी जोशना चिनप्पा को हराया। इसके अलावा इस सीजन में उन्होंने जूनियर स्तर पर भी अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। इस दौरान उन्होंने जनवरी में ब्रिटिश जूनियर ओपन में अंडर-17 का खिताब जीता और भारत को हांगकांग चीन में एशियाई जूनियर टीम चैंपियनशिप में कांस्य पदक दिलाने में मदद की। नंबर वन रैंक हासिल की : शानदार फॉर्म ने उनकी पीएसए रैंकिंग में शीर्ष 70 में पहुंचने में मदद की और उन्हें भारत की नंबर वन रैंक वाली महिला खिलाड़ी बना दिया। उन्होंने अप्रैल में मलेशिया में एशियाई क्वालीफायर जीतकर शिकागो में होने वाली विश्व स्क्वैश चैंपियनशिप 2025 के लिए क्वालीफाई किया। मई में अपनी सीनियर विश्व चैंपियनशिप की शुरुआत में उन्होंने पांच गेमों में अमेरिका की दुनिया की 28वें नंबर की खिलाड़ी मरीना स्टेफनोनी को हराकर शुरुआत में ही उलटफेर किया। हालांकि उन्हें दूसरे राउंड में मिस्र की दुनिया की 15वें नंबर की खिलाड़ी फैरूज अबोएलखिर से हार झेलनी पड़ी।
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