मनु भाकर की खुशियां दुख में बदलीं, नानी-मामा की मौत से चरखी दादरी से फरीदाबाद तक पसरा मातम
ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर की नानी और मामा की रविवार सुबह हरियाणा के चरखी-दादरी में हुए एक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही फरीदाबाद के सूरजकुंड स्थित उनके घर पर भी मातम पसर गया।
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ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर की नानी और मामा की रविवार सुबह हरियाणा के चरखी-दादरी में हुए एक भीषण सड़क हादसे में मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही फरीदाबाद के सूरजकुंड स्थित उनके घर पर भी मातम पसर गया। सोसाइटी के गमगीन लोग मनु भाकर और उनके परिवार को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे। लेकिन, उनके घर पर ताला लगा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना से पूरी सोसाइटी के लोग दुखी हैं और फोन करके सांत्वना दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, हादसा रविवार सुबह करीब 9:00 बजे महेन्द्रगढ़ बाईपास रोड पर हुआ। हादसे के दौरान उनके 50 वर्षीय मामा युद्धवीर स्कूटी पर थे और पीछे उनकी 70 वर्षीय मां सावित्री बैठीं थीं। वह अपनी मां को दूसरे भाई के पास छोड़ने जा रहे थे। घर से 150 मीटर दूर ही एक कार उनकी स्कूटी में जोरदार टक्कर मार दी। इसके चलते दोनों सड़क पर ही गिर गए।
बताया जा रहा है कि मनु भाकर के मामा और नानी जब तक संभलते, कार पलट कर उन पर आ गिरी। इसमें दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। सोसाइटी के लोगों ने बताया कि मनु भाकर की नानी और मामा की सड़क हादसे में मौत की खबर उन्हें रविवार दोपहर करीब 12 बजे सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। कुछ लोग सोसाइटी स्थित उनके घर पहुंचे, लेकिन घर पर ताला लगा हुआ था। ऐसे में सोसाइटी के लोग सोशल मीडिया के अलावा मोबाइल फोन पर कॉल करके दुख जताया।
मनु भाकर के मामा युद्धवीर मूलरूप से गांव कलाली के रहने वाले थे, लेकिन वह परिवार समेत चरखी-दादरी में रह रहे थे। मामा युद्धवीर हरियाणा रोडवेज में चालक के पद पर कार्यरत थे और उनकी ड्यूटी दादरी बस अड्डे पर थी।
मनु को हाल में ही मिला है खेल रत्न पुरस्कार
पिछले साल संपन्न पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने दो पदक जीते हैं। 17 जनवरी को उन्हें दिल्ली में राष्ट्रपति ने मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार दिया। इससे उनके घर में खुशियों का माहौल था, लेकिन अब हादसे के बाद घर में मातम छा गया है। बताया जा रहा है कि मनु भाकर भी दादरी पहुंची हैं।
गलत दिशा से आई कार ने मारी टक्कर
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह युद्धवीर ड्यूटी जा रहे थे। इस दौरान वह अपनी मां को छोटे भाई के पास छोड़ते। इसी के चलते उन्हें स्कूटी पर बैठा लिया था। वह से कुछ ही दूर पहुंचे थे, तभी गलत दिशा से आ रही तेज रफ्तार कार ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी।