नोएडा एयरपोर्ट के नोटिफाइड एरिया में बने थे अवैध मकान, 25 पर चला बुलडोजर
ग्रेटर नोएडा के जिला प्रशासन और यमुना प्राधिकरण ने नोएडा एयरपोर्ट के अधिसूचित क्षेत्र में बने 25 अवैध मकानों और पक्के निर्माण को सोमवार को ध्वस्त कर दिया। ये भूस्वामी अधिसूचित क्षेत्र में नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी निर्माण कर रहे थे।

ग्रेटर नोएडा के जिला प्रशासन और यमुना प्राधिकरण ने नोएडा एयरपोर्ट के अधिसूचित क्षेत्र में बने 25 अवैध मकानों और पक्के निर्माण को सोमवार को ध्वस्त कर दिया। ये भूस्वामी अधिसूचित क्षेत्र में नोटिफिकेशन जारी होने के बाद भी निर्माण कर रहे थे। इससे एयरपोर्ट के विस्तार में रुकावट उत्पन्न हो गई थी। प्रशासनिक टीम ने शेष भूस्वामियों को भी निर्माण हटाने के लिए नोटिस जारी किए हैं।
नोएडा एयरपोर्ट के नोडल अधिकारी दुर्गेश सिंह ने बताया कि पिछले करीब एक सप्ताह से प्रशासन और प्राधिकरण की टीम ने अभियान चलाकर अधिसूचित क्षेत्र में हुए पक्के निर्माण को रुकवाया था। भूस्वामियों को पक्का निर्माण न हटाने पर डीओ तक जारी किए गए थे, लेकिन भूस्वामी जमीन पर अवैध रूप से निर्माण कार्य करते रहे।
प्रशासन और प्राधिकरण की टीम सोमवार को पूरी तैयारी के साथ रामनेर, किशोरपुर और सबौता गांव में पहुंची, यहां पर दो बजे से शाम छह बजे तक लगातार बुलडोजर चला और करीब 25 घरों को ध्वस्त किया गया। प्रशासन-प्राधिकरण के साथ दो कंपनी पीएसी समेत 100 से अधिक पुलिसकर्मी थे। टीम कुल 11 जेसीबी मशीनें लेकर मौके पर पहुंची थी। हालांकि, अधिसूचित क्षेत्र में करीब 200 से अधिक पक्के आवास बन चुके हैं। यदि भूस्वामियों ने निर्माण न हटाया तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी।
जेवर के उपजिलाधिकारी अभय सिंह ने कहा, 'एयरपोर्ट के अधिसूचित क्षेत्र में बने मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हो गई है। भूस्वामियों को चेतावनी देकर अपने स्तर से निर्माण हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन किसी ने नहीं हटाया। इस कारण ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया।'
दूसरी तरफ गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के तोड़फोड़ दस्ते ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर सोमवार को सेक्टर-29 में अवैध रूप से निर्मित पांच दुकानें और 150 झुग्गियों पर बुलडोजर चलाया। चेतावनी दी गई कि यदि दोबारा अतिक्रमण या अवैध निर्माण किया तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।