वर्दी में बदलाव, जांच के लिए हर थाने में अलग टीम; क्राइम के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस की नई तैयारी
- मिलेनियम सिटी में बेहतर कानून व्यवस्था करने के लिए गुरुग्राम पुलिस अब विदेश की तर्ज पर काम करेगी। थानों में तैनात पुलिसकर्मियों से काम का भार कम होने के साथ लोगों को जल्द न्याय दिलाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
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गौरव चौधरी,गुरुग्राम: मिलेनियम सिटी में बेहतर कानून व्यवस्था करने के लिए गुरुग्राम पुलिस अब विदेश की तर्ज पर काम करेगी। थानों में तैनात पुलिसकर्मियों से काम का भार कम होने के साथ लोगों को जल्द न्याय दिलाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने गुरुग्राम जिले के 45 थाने और चौकियों में अलग-अलग टीम का गठन कर काम को बांटने के निर्देश जारी किए हैं। आपराधिक मामलों की जांच के लिए अलग टीम होगी।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एक टीम थानों में आने वाली शिकायतों और अपराधिक वारदातों में मामला दर्ज कर जांच करने का काम करेगी। टीम में हवलदार, एएसआई, सब-इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर को शामिल किया गया है। वहीं दूसरी टीम थाना इलाके में कानून व्यवस्था,वीआईपी ड्यूटी और गश्त का काम करेगी। इन टीम में ईएचसी, ईएएसआई और ईएसआई को शामिल किया गया है। सभी थानों में आदेश जारी कर दिए गए हैं। टीमों का गठन कर अलग-अलग काम भी करना शुरू कर दिया है।
जल्द जांच हो सकेगी
नई कवायद के तहत हर थाने में तैनात जांच अधिकारियों को उनके पद के अनुसार मामले जांच के लिए सौंपे जाते हैं। टीम मामलों की जांच करने, जांच के दौरान सामने आए साक्ष्यों के आधार पर मामला दर्ज करने, अपराधियों की भूमिका की पहचान कर उनको गिरफ्तार करने का काम करेगी। जांच करने वाले अधिकारियों को वीआईपी ड्यूटी में नहीं लगाया जाएगा। इस काम के लिए थाने में अलग से टीम को तैयार किया गया है। नई व्यवस्था में पुलिसकर्मियों ने काम करना शुरू कर दिया है। नई व्यवस्था से जांच अधिकारियों के पास अपराधिक मामलों की जांच करने के लिए काफी समय होगा। पीड़ित से भी अच्छे से बात कर सकेंगे और उनको न्याय जल्दी मिलेगा। सभी पुलिसकर्मियों के ऊपर से काम का कुछ भार भी कम होगा। इसके अलावा पासपोर्ट सत्यापन के लिए भी अलग टीम का गठन किया गया है,जो नए नियमों के अनुसार पासपोर्ट का सत्यापन करती है।
पुलिस की वर्दी में बदलाव
थानों में अलग-अलग टीमों का गठन करने के साथ ही पुलिसकर्मियों की वर्दी में भी बदलाव किया गया है। वर्दी देखने से ही पता चलेगा कि किसके पास कौन सी जिम्मेदारी है। अपराधिक मामलों की जांच करने वालों की खाकी वर्दी के साथ बाजू में काले रंग की डोरी और काले रंग की सिर पर टोपी होती है। कानून व्यवस्था और वीआईपी ड्यूटी वालों की वर्दी भी खाकी होती है,लेकिन वह सिर पर हरे रंग की टोपी और बाजू में हरे रंग की डोरी डालते हैं।
हाईटेक हो रही गुरुग्राम पुलिस
गुरुग्राम पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया को अब नए कानून के प्रावधानों को देखते हुए ऑनलाइन और डिजिटल कर दिया है। इस प्रक्रिया से गुरुग्राम पुलिस हाईटेक हो रही है। वर्क लोड भी कम होगा। पुलिस के द्वारा अस्पताल से आने वाले रुक्का और एमएलआर को भी ऑनलाइन किया गया है। अस्पताल में भर्ती युवक की सभी जानकारी ऑनलाइन थाने में पहुंच जाती है। अभी तक यह प्रक्रिया 60 प्रतिशत तक पहुंची है और मार्च तक ऑनलाइन शुरू हो जाएगा।
डीसीपी मुख्यालय डॉ. अर्पिज जैन ने कहा कि बेहतर पुलिसिंग के लिए हर थानों में मामलों की जांच और कानून व्यवस्था के लिए अलग-अलग टीम तैनात की गई है। जांच अधिकारी और कानून व्यवस्था में तैनात पुलिसकर्मियों की वर्दी में भी बदलाव किया गया है। स्पेशल टीम होने से मामलों की जांच जल्द पूरी होगी।