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कमांड एंड कंट्रोल रूम से भी स्ट्रीट लाइटों की निगरानी मुकम्मल नहीं

फरीदाबाद में स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्ट्रीट लाइटें कई महीनों से खराब पड़ी हैं। करीब 60 प्रतिशत लाइटें काम नहीं कर रही हैं, जिससे रात में सुरक्षा खतरे में है। नगर निगम और स्मार्ट सिटी अधिकारियों से...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादSun, 23 Feb 2025 11:01 PM
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कमांड एंड कंट्रोल रूम से भी स्ट्रीट लाइटों की निगरानी मुकम्मल नहीं

फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता। स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्मार्ट सड़कों और पार्क में लगी स्ट्रीट लाइटें कई माह से खराब पड़ी है। कुछ खंभों से लाइटें गायब हो गई है। दावा था कि कमांड एंड कंट्रोल रूम से जुड़ी लाइटों के खराब होते ही तुरंत अधिकारियों को सूचना मिल जाएगी और जल्द उन्हें ठीक कर दिया जाएगा। लेकिन हकीकत इससे काफी अलग नजर आ रही है। शहर के विभिन्न इलाकों में लगी स्ट्रीट लाइटों में से करीब 60 प्रतिशत लाइटें खराब पड़ी हैं। शहर में सेक्टर-21ए, बी, सी, ओल्ड फरीदाबाद, सेक्टर-29-बाईपास रोड, गांधी कॉलोनी-आईटीआई रोड, पटेल चौक-बड़खल रोड आदि सड़कों को स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत बनाया गया है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से सेक्टर-21बी में एक स्मार्ट पार्क भी बनाया गया है। सड़कों और पार्क में लगी लाइटों को सेक्टर-20 में बने कमांड एंड कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। इसके बावजूद

स्मार्ट पार्क और स्मार्ट सड़कों पर लगी लाइटें पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो पा रही हैं। एफएमडीए और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधिकारी इस सिस्टम की सफलता को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे थे, लेकिन जब पड़ताल की गई तो सामने आया कि अधिकतर लाइटें या तो बंद पड़ी हैं या फिर उनकी रोशनी बहुत कम है।

शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं

ओल्ड फरीदाबाद निवासी गोविंद गर्ग, गोपाल, गांव कॉलोनी निवासी रमेश गुप्ता और राकेश कुमार ने बताया कि खराब लाइटों के कारण कई इलाकों में रात के समय अंधेरा रहता है, जिससे सुरक्षा को लेकर भी चिंता बढ़ रही है। इसे लेकर कई बार नगर निगम और स्मार्ट सिटी अधिकारियों से शिकायत की, अधिकारी आश्वासन देकर कार्यालय से लौटा देते हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।

स्मार्ट सिटी का सपना अधूरा

फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं अब भी लचर बनी हुई हैं। लोगों का कहना है कि यदि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्ट्रीट लाइटों जैसी बुनियादी चीजों को भी सुचारू रूप से नहीं चलाया जा सकता, तो फिर इस परियोजना का उद्देश्य ही विफल होता नजर आ रहा है।

चुनाव बाद खराब लाइटों की जानकारी एकत्र की जाएगी। इसके बाद उन्हें जल्द से जल्द ठीक कर दिया जाएगा। - अरविंद शेखावत, डीजीएम, फरीदाबाद स्मार्ट सिटी लिमिटेड

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