स्मार्ट सिटी में सेहली कार्यक्रम की शुरुआत
फरीदाबाद में महिला एवं बाल विकास विभाग ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सहेली कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसमें गर्भवती महिलाओं को एक सहयोगी महिला प्रदान की जाएगी जो स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और...

फरीदाबाद। महिला एवं बाल विकास विभाग फरीदाबाद द्वारा जिला कार्यक्रम अधिकारी मिनाक्षी चौधरी की अध्यक्षता में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत एक नव-विचार के रूप में सहेली कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग से उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रचना शर्मा भी मौजूद रही। इस योजना के तहत ऐसी प्रत्येक गर्भवती महिला जिसकी पहली संतान बेटी है, को एक सहयोगी महिला-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर या एएनएम के रूप में सहेली प्रदान की जाएगी। यह सहेली गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और सुरक्षित प्रसव से संबंधित सभी पहलुओं में मार्गदर्शन व निगरानी करेगी। इस पहल का उद्देश्य केवल मातृ और शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करना ही नहीं, बल्कि लिंगानुपात में सुधार एवं बेटियों के प्रति समाज की सोच में सकारात्मक परिवर्तन लाना भी है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि सहेली कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सहेली पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ. रचना शर्मा ने बताया कि यदि गर्भवती महिला की पहली संतान बेटी है, तो विशेष रूप से संवेदनशील रवैया अपनाना आवश्यक है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को न केवल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवानी हैं, बल्कि भ्रूण लिंग जांच जैसी गैर-कानूनी गतिविधियों के प्रति जागरूकता भी फैलानी है। भावनात्मक सहयोग की भूमिका कार्यकर्ताओं को यह भी बताया गया कि वे एक सहेली की तरह गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच, मानसिक और शारीरिक आराम तथा संस्थागत प्रसव के लाभों के बारे में सहज व आत्मीय रूप से जानकारी दें।
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