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एक महीने पहले मां की मौत, HC बना मसीहा; दिल्ली में जन्मे बच्चे को युगांडा में ऐसे मिला पिता का साया

युगांडा मूल के डेढ़ साल के अबोध बच्चे के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय मसीहा बना। एक महीने पहले एचआईवी पीड़ित होने की वजह से बच्चे की मां की मौत हो चुकी है। अदालत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अफ्रीका महाद्वीप के देश युगांडा की राजधानी कंपाला में बच्चे के जैविक पिता से संपर्क किया है।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। हेमलता कौशिकSun, 23 Feb 2025 07:20 AM
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एक महीने पहले मां की मौत, HC बना मसीहा; दिल्ली में जन्मे बच्चे को युगांडा में ऐसे मिला पिता का साया

युगांडा मूल के डेढ़ साल के अबोध बच्चे के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय मसीहा बना। एक महीने पहले एचआईवी पीड़ित होने की वजह से बच्चे की मां की मौत हो चुकी है। अदालत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अफ्रीका महाद्वीप के देश युगांडा की राजधानी कंपाला में बच्चे के जैविक पिता से संपर्क किया है। व्यक्ति ने बच्चा वापस पाने की इच्छा जाहिर की, जिसके बाद हाईकोर्ट ने बच्चे को युगांडा भेजने के आदेश दिए हैं। पीठ ने कहा है कि दो सप्ताह में आदेश को हर हाल में कार्यान्वित किया जाए।

बच्चे की एचआईवी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई

न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह एवं न्यायमूर्ति धर्मेश शर्मा की पीठ ने सबसे पहले डेढ़ साल के बच्चे का तत्काल एचआईवी टेस्ट कराने का निर्देश पुलिस को दिया। जांच रिपोर्ट में एचआईवी निगेटिव आई, जिसके बाद पीठ और पुलिस ने राहत की सांस लेते हुए बच्चे को उसके जैविक पिता के पास पहुंचाने का प्रयास शुरू किया। युगांडा के दूतावास के अधिकारियों को उच्च न्यायालय के समक्ष तलब कर सारे प्रयास किए गए। कोर्ट ने बच्चा पिता कों सौंपे जाने तक महिला के पास रहने के आदेश दिए हैं।

मानव तस्करी की आशंका पर मामला खुला

यह मामला एक गैर सरकारी संगठन मनोबल फाउंडेशन द्वारा उठाए जाने पर सामने आया। यह संगठन काफी समय से एचआईवी पीड़ित महिला को उसके बच्चे समेत वापस उसके देश भेजने के प्रयास में मदद कर रहा था, लेकिन इसी बीच महिला की मौत हो गई। बच्चा मृतका की युगांडा की ही रहने वाली सहेली को देखभाल के लिए सौंपा गया था, परंतु कुछ दिन से वह एनजीओ की कोशिश के बाद भी संपर्क नहीं कर रही थी। एनजीओ को आशंका हुई कि बच्चे को बेचा जा सकता है। मानव तस्करी की आशंका के मद्देनजर संगठन ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।

मंगेतर करना चाहता है अंतिम संस्कार

दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हुए बच्चे के जैविक पिता ने बताया कि महिला के साथ उसकी मंगनी हुई थी। कंपाला में वह काफी समय साथ रहे। फिर उसकी मंगेतर वर्ष 2022 में भारत आई थी। उसने फोन पर बताया था कि वह गर्भवती है। जुलाई 2023 में उसने बेटे को जन्म दिया। मंगेतर की मौत की जानकारी मिलने पर इस व्यक्ति ने उसके अंतिम संस्कार की इच्छा जाहिर की। वहीं, पुलिस ने बताया कि 20 जनवरी 2025 को महिला की मौत हो गई थी। उसका शव आरएमएल अस्पताल में संरक्षित करके रखा गया है।

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