दिल्ली में 2000 बसों को सड़कों से हटाने का आरोप, रेखा सरकार पर बरसी AAP
AAP ने भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार पर बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के मनमाने ढंग से राष्ट्रीय राजधानी की 2000 बसों को सड़कों से हटाने का आरोप लगाया है।

आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार ने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के मनमाने ढंग से दो हजार बसों को सड़कों से हटा दिया है। AAP ने दिल्ली सरकार पर राष्ट्रीय राजधानी की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को पंगु बनाने का आरोप लगाया। इन आरोपों पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली में बस मार्गों को जरूरत के अनुरूप निर्धारित किया गया है। 2 मई को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शहर के लोगों को 400 नई बसें समर्पित करेंगी।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने भाजपा पर भ्रष्ट निविदा प्रक्रियाओं से पूंजीवादी सहयोगियों को लाभ पहुंचाने के लिए दिल्ली के 'कभी विश्व स्तरीय' बस नेटवर्क को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने दावा किया कि अचानक बसों को हटाने से स्टैंड पर लंबी कतारें लग गईं, बसें खचाखच भरी रहने लगी है और यात्रियों को भीषण गर्मी में परेशान होना पड़ रहा है।
प्रियंका कक्कड़ ने दावा किया कि इस कदम का उद्देश्य एक संकट पैदा करना है, जिससे भाजपा की पसंदीदा कंपनियों को नए अनुबंधों से लाभ मिल सके। भाजपा के निर्णय के मूल में भ्रष्टाचार है। इसका मकसद नई निविदाओं के जरिए कमीशन प्राप्त करना है।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि भाजपा के भ्रष्टाचार का बोझ अंततः दिल्ली के नागरिकों के कंधों पर पड़ेगा। आप सरकार में दिल्ली की परिवहन व्यवस्था 7,582 डीटीसी और 1,650 इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े के साथ अपनी उच्चतम दक्षता पर पहुंच गई थी।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि बसों को अचानक हटाना भाजपा के उस वादे के साथ विश्वासघात है जिसमें उसने अरविंद केजरीवाल की किसी भी जन कल्याणकारी योजना को खत्म नहीं करने का वादा किया था।