कौन हैं महिला सांसद पलवाशा मोहम्मद जई, कह रही थीं पाकिस्तानी सेना रखेगी बाबरी की पहली ईंट
India Pakistan: पाकिस्तान ने भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच बुधवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है और अगर उसे उकसाया गया तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा।

India Pakistan: भारत और पाकिस्तान के रिश्ते पहले ही तनावपूर्ण हैं। इसी बीच पड़ोसी मुल्क के ही एक सांसद का बयान सामने आया है, जिसमें वह दावा कर रही हैं कि बाबरी की पहली ईंट पाकिस्तानी सेना लगाएगी। हालांकि, उनके इस बयान को लेकर भारत सरकार ने प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब दोनों ही पक्ष 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर एक दूसरे के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
कौन हैं पलवाशा मोहम्मद जई खान
बयान देकर चर्चा में आईं पलवाशा मोहम्मद जई खान पाकिस्तान की सत्तारूढ़ PPP यानी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की उप संचार सचिव हैं। वह मार्च 2021 से ही पाकिस्तान के उच्च सदन की सदस्य हैं। वह सिंध प्रांत की महिला आरक्षित सीट से आती हैं। इसके अलावा वह साल 2018 से लेकर 2013 तक नेशनल एसेंबली की सदस्य भी रहीं।
खास बात है कि वह फोजिा बहरम की भतीजी हैं। बहरम साल 1998-90 में पंजाब में हुए आम चुनाव के दौरान जीतने वालीं एकमात्र महिला थीं।
अयोध्या पर कह दी बड़ी बात
खबर है कि खान ने पाकिस्तान के उच्च सदन में 29 अप्रैल को बयान दिया था। उन्होंने कहा था, 'अयोध्या में नई बाबरी मस्जिद की पहली ईंट पाकिस्तानी सेना के सैनिकों की तरफ से लगाई जाएगी और पहली अजान सेना प्रमुख आसिम मुनीर खुद देंगे।' उन्होंने कहा, 'हमने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं।' खान का दावा है कि सेना में शामिल सिख सैनिक पाकिस्तान पर हमला नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा था, 'अगर वो पाकिस्तान को धमका रहे हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि सिख सेना पाकिस्तान पर हमला नहीं करेगी, क्योंकि उनके लिए यह गुरु नानक की धरती है।'
धमकी दे रहा है पाकिस्तान
पाकिस्तान ने भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच बुधवार को कहा कि पहलगाम आतंकी हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है और अगर उसे उकसाया गया तो वह कड़ी प्रतिक्रिया देगा।
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी और विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री इस्हाक डार ने पहलगाम हमले की तटस्थ जांचकर्ताओं से स्वतंत्र व पारदर्शी जांच की मांग की। इस संवाददाता सम्मेलन से कुछ घंटे पहले सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने 24-36 घंटों में भारत की ओर से संभावित सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी थी।