SC को डराने की बेशर्म कोशिश; निशिकांत दुबे पर महुआ मोइत्रा का तीखा हमला
- भाजपा नेताओं की टिप्पणियों पर विपक्षी दलों ने एकजुट होकर प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने इसे न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश बताया।

सुप्रीम कोर्ट और भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की विवादास्पद टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में तूफान खड़ा कर दिया है। इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है।
महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रविवार को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “याद रखिए, पिटबुल अपने मालिक के इशारे के बिना कुछ नहीं करता। पूरा देश देख रहा है कि न्यायपालिका पर कैसे प्रॉक्सी हमले किए जा रहे हैं। बेंच को डराने की बेशर्म कोशिश। भारत का सबसे निचला क्षण है। जब अशिक्षित गुंडों द्वारा शासन किया जा रहा है।”
सुप्रीम कोर्ट पर क्या बोले निशिकांत दुबे?
इससे पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक साक्षात्कार में कहा था, “अगर हर चीज के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना है, तो संसद और राज्य विधानसभाएं बंद कर देनी चाहिए।” उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर धार्मिक युद्ध भड़काने का आरोप लगाते हुए इसे देश को अराजकता की ओर ले जाने की साजिश करार दिया।
भाजपा ने खुद को किया अलग
इस बयान पर विवाद बढ़ते ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी को इन टिप्पणियों से अलग करते हुए स्पष्ट किया, “सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा द्वारा दिए गए बयान पार्टी की आधिकारिक राय नहीं हैं। ये उनके व्यक्तिगत विचार हैं। भाजपा इन बयानों को सिरे से खारिज करती है।” जेपी नड्डा ने आगे कहा, “मैंने दोनों नेताओं को निर्देश दिए हैं कि वे इस प्रकार के बयानबाजी से बचें।”
विपक्ष का तीखा प्रहार
भाजपा नेताओं की टिप्पणियों पर विपक्षी दलों ने एकजुट होकर प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने इसे न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश बताया। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “यह संवैधानिक ढांचे पर हमला है।” वहीं, डीएमके, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और अन्य दलों ने भी बयान की निंदा की।