वहां से लौटोगे तो… अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय शुभांशु को राकेश शर्मा का संदेश
Shubhanshu Shukla: भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने दूसरे अंतरिक्ष यात्री बनने वाले शुभांशु शुक्ला को उनकी यात्रा के लिए संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि आपको शुभकामनाएं, अंतरिक्ष से जब लौटते हैं तो आप एक अलग इंसान होते हैं।

Shubhanshu Shukla: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला आगामी 10 जून को अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय बनने की तैयारी में हैं। इसी बीच उन्हें पहली बार अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले भारतीय यानी रिटायर विंग कमांडर राकेश शर्मा ने खास संदेश दिया है। शर्मा ने कहा कि मैं उसकी यात्रा के लिए उसे शुभकामनाएं दूंगा और कहूंगा कि वहां वह जो कुछ भी देखे उसके लिए तैयार रहे।
एनडीटीवी से बात करते हुए भारत के पहले अंतरिक्ष यात्रा राकेश शर्मा ने कहा,"मैं शुभांशु को शुभकामनाएं देता हू्ं, उन्हें अंतरिक्ष में लेंडिंग करने की शुभकामनाएं और आप जो कुछ भी देखने जा रहे हैं, उसके लिए तैयार रहें.. मैं यही बताने जा रहा हूं कि जब आप अंतरिक्ष से वापस आते हैं तो एक बदले हुए व्यक्ति के रूप में आते हैं। जब आप वहां से वापस आते हैं तो शुरुआत में नहीं लेकिन कुछ सालों के बाद आप समझते हैं कि हमारी धरती के साथ क्या हो रहा है। यह आपको अहसास दिलाता है कि आपको कहां जाना चाहिए.. अंतरिक्ष में की जा रही खोजें कहां तक और कैसे बढ़नी चाहिए .. अंतरिक्ष यात्रा आपको बदल देती है।"
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए शर्मा ने कहा," ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का एक्सिओम-4 मिशन भारत के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि शुक्ला को और उनकी टीम को अंतरिक्ष स्टेशन में रहने का मौका मिलेगा। उनकी यह यात्रा एक लंबी उड़ान है। 14 दिन वहां पर रहने के बाद वह जो कुछ भी सीखेगा.. या जो कुछ भी करेगा उसके इनपुट के आधार पर हमें भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन प्रोजेक्ट में मदद मिलेगी। उनका यह मिशन हमारे आने वाले मिशन को पूरा करने में मदद करेगा। यह काफी दिलचस्प होने वाला है।"

राकेश शर्मा से जब यह पूछा गया कि क्या वह भारत के अपने मानव युक्त अंतरिक्ष मिशन गगनयान में उड़ान भरना चाहेंगे। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "बेशक, मैं ऐसा करना चाहूंगा.. लेकिन मुझे लगता है कि मैं थोड़ा जल्दी पैदा हो गया हूं.. यह मेरे लिए आसान नहीं होगा। हां.. लेकिन अगर ऐसा करने का मौका मिले तो मैं जरूर ऐसा करना चाहूंगा।"
आपको बता दें कि भारत का पहला मानव युक्त मिशन गगनयान 2025-26 में तीन सदस्यीय चालक दल को अंतरिक्ष में भेजने की योजना पर केंद्रित है। यह मिशन आंध्रप्रदेश के श्री हरिकोटा से GSLV MK 3 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा, जिसे ह्यूमन रेटेड लॉन्च व्हीकल कहा जाता है।