पहलगाम में पर्यटकों पर अटैक: मुस्लिम नहीं हो कहा और मार दी गोली, बिलखती पत्नी की बात से दहल जाएगा दिल
- दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में कई लोगों की मौत हो गई और कम-से-कम 20 लोग घायल हो गए। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मृतकों की संख्या पता लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह हाल के वर्षों में हुए किसी भी हमले से बड़ा है।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को उस वक्त कोहराम मच गया, जब बेसराण इलाके में आतंकियों ने अचानक सैलानियों पर फायरिंग शुरू कर दी। इस दर्दनाक हमले में दो शख्स की मौत हो गई, जबकि 20 लोग जख्मी हुए हैं। घायलों में पर्यटक और स्थानीय दोनों शामिल हैं। एक चश्मदीद ने इस घटना का मंजर बयान किया है।
आतंकियों ने कहा- मुस्लिम नहीं लगते
आतंकी हमले का बेहद ही दिल दहला देना वाला वीडियो सामने आया है। महिला वीडियो में कह रही है, ‘मैं और मेरे पति एक जगह शांत बैठकर भेल खा रहे थे, तभी कुछ आतंकी वहां आ पहुंचे। उन्होंने हमें देखा और कहा कि ये लोग मुस्लिम नहीं लगते, इन्हें मार दो। और उन्होंने मेरे पति को गोली मार दी।’ एक अन्य महिला रोते हुए कह रही थी, 'मेरे पति को बचा लो, वो ज़मीन पर पड़े हैं।' एक और महिला अपने घायल पति को कुर्सी पर संभालते हुए मदद की गुहार लगा रही थी,'प्लीज, मेरी मदद करो, इन्हें गोली लगी है।'
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मृतकों की संख्या पता लगाई जा रही है। उन्होंने एक्स पर कहा, "यह हमला हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा है।" हमला दोपहर करीब तीन बजे हुआ, जब आतंकवादी बैसरन घाटी में पहाड़ से नीचे उतरे और वहां पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस स्थान को लंबे हरे-भरे घास के मैदानों के कारण 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहा जाता है।
वीडियो में कई लोग खून से लथपथ दिखे
आतंकी हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस अपने परिवार के साथ चार दिवसीय दौरे पर भारत आए हुए हैं। हमले वाली जगह का एक वीडियो सामने आया है जिसमें कई लोग खून से लथपथ और जमीन पर बेसुध पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि महिला पर्यटक रोते हुए अपने प्रियजनों की तलाश कर रही हैं। वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने कहा, "मैं अविश्वसनीय रूप से स्तब्ध हूं। हमारे आगंतुकों पर यह हमला घृणित है। इस हमले के अपराधी जानवर, अमानवीय हैं और घृणा के लायक हैं। इसकी निंदा के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।" उन्होंने कहा, "मैं तुरंत श्रीनगर वापस लौटूंगा। मृतकों की संख्या पता लगाई जा रही है, इसलिए मैं ज्यादा विवरण नहीं दे सकता। स्थिति स्पष्ट होने पर आधिकारिक रूप से सूचित किया जाएगा। यह हमला हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं ज्यादा बड़ा है।"
तीन जुलाई से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा
घटना ऐसे समय में हुई है जब सालों तक आतंकवाद से जूझने के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि देखी जा रही है। साथ ही, 38 दिवसीय अमरनाथ तीर्थयात्रा तीन जुलाई से शुरू होनी है। अधिकारियों ने बताया कि घायलों को निकालने के लिए एक हेलीकॉप्टर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि कुछ घायलों को स्थानीय लोग अपने खच्चरों पर लादकर घास के मैदानों से नीचे लाए।
पहलगाम अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि 12 घायल पर्यटकों को वहां भर्ती कराया गया है और सभी की हालत स्थिर है। हमले के समय घटनास्थल पर रही एक महिला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, “मेरे पति को सिर में गोली लगी है, जबकि सात अन्य लोग भी हमले में घायल हुए हैं।” प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, आतंकवादी 1980 के दशक में बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं के लिए एक प्रसिद्ध स्थल बैसरन के आसपास के घने जंगल से निकले थे।
आतंकवाद रोधी अभियान शुरू किया गया
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां बताया कि शहर में खबर आने के बाद थोड़ी देर पहले सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बैसरन घास के मैदानों में पहुंच गई। उन्होंने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर आतंकवाद रोधी अभियान शुरू किया गया है और सुरक्षा बलों को सभी दिशाओं में तैनात किया गया है। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि आज दोपहर तक पर्यटकों से भरा रहा पहलगाम रिसॉर्ट जो हमले के तुरंत बाद सुनसान हो गया और पर्यटक अपनी सुरक्षा के डर से वहां से चले गए।