युद्धपोतों की सफल एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग, अरब सागर से नौसेना ने दिया मजबूत संदेश
नेवी ने कहा, ‘भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक पोत ‘INS सूरत’ ने समुद्र में स्थित लक्ष्य पर सफलतापूर्वक सटीक हमला किया, जो नौसेना की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।'

भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने कई सफल एंटी-शिप मिसाइल फायरिंग की हैं। नेवी के प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि ये फायरिंग्स लंबी दूरी के सटीक हमलों के लिए प्लेटफॉर्म्स, सिस्टम्स और क्रू की ऑपरेशनल तैयारी की पुष्टि करती हैं। इसका मकसद नौसेना की युद्ध की तैयारी और भारत के समुद्री हितों की रक्षा करने की काबिलियत का प्रदर्शन करना था। ये युद्धपोत अरब सागर में तैनात थे। पोस्ट में लिखा गया, 'भारतीय नौसेना के जहाजों ने कई एंटी-शिप फायरिंग्स को सफलता से अंजाम दिया। इस तरह लंबी दूरी के सटीक ऑफेंसिव स्ट्राइक्स के लिए प्लेटफॉर्म्स, सिस्टम्स और क्रू की तैयारी की पुष्टि की गई। नेवी किसी भी समय, कहीं भी, किसी भी तरह से राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा करने के लिए तत्पर, विश्वसनीय और भविष्य के लिए तैयार है।'
इससे पहले, भारतीय नौसेना के मिसाइल विध्वंसक पोत 'आईएनएस सूरत’ ने मध्यम दूरी तक सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया। बताया जा रहा है कि इस मिसाइल की मारक क्षमता करीब 70 किलोमीटर है। नेवी ने कहा, ‘भारतीय नौसेना के नवीनतम स्वदेशी मिसाइल विध्वंसक पोत ‘INS सूरत’ ने समुद्र में स्थित लक्ष्य पर सफलतापूर्वक सटीक हमला किया, जो नौसेना की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उपलब्धि स्वदेशी युद्धपोत डिजाइन, विकास और संचालन में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाती है। रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए राष्ट्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।’ नौसेना ने कहा कि यह मील का पत्थर राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा के लिए बल की अटूट प्रतिबद्धता का सबूत है।
पहलगाम हमले के बाद सेना की तैयारियां तेज
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस अटैक में 26 लोग मारे गए, जिससे भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। आतंकियों ने टूरिस्ट स्पॉट को टारगेट किया, जहां आम नागरिकों की भारी भीड़ थी। इस घटना के बाद से सिक्योरिटी फोर्सेस हाई अलर्ट पर हैं। हमले के बाद भारतीय सेना ने तुरंत एक्शन लिया। जम्मू-कश्मीर में सिक्योरिटी ग्रिड को और मजबूत किया गया, खासकर पर्यटकों स्थलों और संवेदनशील जगहों पर। सेना ने LOC पर निगरानी बढ़ा दी है और ड्रोन सर्विलांस भी जारी है। काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन्स तेज कर दिए गए, जिसमें सर्च और कॉर्डन ऑपरेशन शामिल हैं। सेना ने LOC पर अतिरिक्त सैन्य टुकड़ी को तैनात किया है। सरकार ने सुरक्षा बलों को फ्री हैंड दिया है ताकि आतंकी नेटवर्क्स का खात्मा किया जा सके।